तबरेज हत्याकांड के दो अभियुक्तों की संपति हुई कुर्क
जहानाबाद। शहाबुद्दीन के शूटर कहे जाने वाले तवरेज आलम की हत्या के सिलसिले में रविवार को दो अभियुक्तों की संपति कुर्क कर ली गई।
जहानाबाद। शहाबुद्दीन के शूटर कहे जाने वाले तवरेज आलम की हत्या के सिलसिले में रविवार को दो अभियुक्तों की संपति कुर्क कर ली गई। इस कार्रवाई को लेकर पटना पुलिस शनिवार को ही यहां पहुंची थी। जिला प्रशासन द्वारा अधिकृत दंडाधिकारी व सहायक जिला कृषि पदाधिकारी निरंजन कुमार भारद्वाज की मौजूदगी में कुर्की जब्ती की यह कार्रवाई की गई। इस कार्रवाई में नगर थाने की पुलिस भी मौजूद थी। सबसे पहले पुलिस बबलू के घर पहुंची। वहां उसकी पत्नी मौजूद थी। इश्तेहार चिपकाए जाने के दिन से ही वहां महिला आरक्षियों की प्रतिनियुक्ति कर दी गई थी। बबलू की पत्नी की मौजूदगी में तीन घंटे से भी अधिक समय तक उसके आलीशान भवन की कुर्की की गई। उस मकान से गोदरेज, पलंग, फ्रीज, सोफा के साथ ही कई वेसकीमती सामानों की कुर्की तो की ही गई। सभी घरों के किवाड़ भी उखाड़ दिए गए। कुछ खिड़कियों के सिर्फ दरवाजे की किवाड़ ही छोड़े गए।पुलिस द्वारा बबलू के घर में रखे सारे सामानों को कुर्क कर लिया गया। इस कार्रवाई को अंजाम देने के लिए पटना स्थित कोतवाली थाने के सबइंस्पेक्टर ललन कुमार ¨सह, शाहनवाज हुसैन, जमादार जनार्दन शर्मा तथा मनोज ठाकुर के साथ ही सैप के जवान तथा महिला आरक्षियों की टीम पहुंची थी। बबलू के घर कुर्की जब्ती की कार्रवाई किए जाने के उपरांत पुलिस के लोग फारूक के घर पहुंचे।दरअसल फारूक अपने परिवार के लोगों से अलग रहकर एक कमरे में सामान रखे हुए था। वह स्थायी रूप से पटना में रहता था। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि फारूक के पटना स्थित मकान से भी कुर्की की कार्रवाई की गई है। उनलोगों ने फारूक के कमरे के दरवाजे के ताले को तोड़ा और उसमें रखे सामानों की कुर्की की। हालांकि उस कमरे में काफी कम सामान रखा हुआ था। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि कुर्क की गई सामानों को नगर थाने में सुरक्षित रख दिया गया है। बताते चलें कि तवरेज की हत्या 21 सितंबर को कोतवाली थाने के समीप तब हुई थी जब वह मुहर्रम का नमाज पढ़कर वापस लौटने के लिए अपनी सफारी गाड़ी में बैठ रहा था। गाड़ी में बैठने के कवल ही उसके शरीर में ताबड़तोड़ गोलियां दागी गई थी जिसके कारण घटना स्थल पर ही उसकी मौत हो गई थी। इस सिलसिले में तवरेज की बेगम के बयान के आधार पर सात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। इस मामले में दो अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया गया था। पुलिस ने बताया कि इसके पहले बबलू तथा फारूक के घर पर इश्तेहार चिपकाया गया था। इश्तेहार के जरिए उनलोगों को न्यायालय में आत्मसमर्पन किए जाने को कहा गया था। उनलोगों ने कहा कि वे लोग आत्मसमर्पन करने के बजाय फरार चल रहे थे। यही कारण है कि उनलोगों की संपति कुर्क की गई है।