परदेसी लोगों को घर आने में छूट रहे पसीने
जहानाबाद। होली हिन्दुओं का महान पर्व है। इस पर्व को लोग बड़ी उत्सुकता के साथ मनाते हैं।
जहानाबाद। होली हिन्दुओं का महान पर्व है। इस पर्व को लोग बड़ी उत्सुकता के साथ मनाते हैं। इस पर्व में शामिल होने के लिए लोग बाहर से घर आते हैं। लेकिन उनलोगों को घर पहुंचने में ढेर सारी कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है। जब यह संवाददाता रेलवे स्टेशन पर कुछ परदेशी लोगों से बात करने की कोशिश की तो उनके चेहरे पर साफ परेशानी झलक रही थी। उनलोगों ने बताया कि पहले तो रेलवे टिकट लेने के लिए लाइन में खड़ा होना पड़ता है। यदि संयोग से टिकट मिल भी जा रहा है तो ट्रेन में बैठने में दिक्कत हो रही है। पर्व को लेकर सभी लोग घर आना चाह रहे हैं जिससे रिजर्वेशन हो या सामान्य टिकट सभी बोगी में भीड़ लगी रहती है। मुंबई से लौट रहे तिताई बिगहा निवासी राम केवल सिंह, अशोक कुमार तथा दिल्ली से लौट रहे सिकरिया निवासी कामेश्वर प्रसाद, मोहन कुमार, सरयु प्रसाद ने बताया कि रिजर्वेशन टिकट के बावजूद हमलोगों को खड़े होकर यात्रा पूरी करनी पड़ी। उनलोगों ने कहा कि पर्व मनाने को लेकर घर लौटना जरुरी था। यात्रियों ने बताया कि सामान्य बोगी में भी पैर रखने की जगह नहीं मिल रही है। चार-पांच लोगों के बैठने की जगह छह-सात लोग किसी तरह बैठ कर यात्रा पूरी कर रहे हैं। अजीबोगरीब स्थिति तो तब उत्पन्न हो जा रही थी जब किसी महिला को शौच जाना होता था। बोगी में इतनी भीड़ चल रही है कि एक जगह से दूसरे जगह जाना नामुमकिन है। पुरुष यात्री तो किसी प्रकार अपनी समस्या को सहजता से निपटा ले रहे थे लेकिन महिलाओं को काफी कठिनाईयां हो रही थी। सबसे ज्यादा समस्या अपने लैगेज को लेकर हो रहा था। पर्व को लेकर प्रत्येक यात्री भारी भरक लैगेज लेकर चल रहे है। जिससे बैठने में परेशानी हो रही है। यात्रियों ने बताया कि छोटे-छोटे बच्चे को भी कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है। बड़े लोग तो किसी तरह अपनी समस्या से निजात पा ले रहे हैं लेकिन छोटे बच्चे को रो रोकर बुरा हाल हो रहा था।