माले समर्थकों ने निकाली नागरिकता अधिकार मार्च
भाकपा माले लिबरेशन कार्यालय से मंगलवार को बड़ी संख्या में माले समर्थकों ने नागरिकता अधिकार मार्च निकाली।
जहानाबाद। भाकपा माले लिबरेशन कार्यालय से मंगलवार को बड़ी संख्या में माले समर्थकों ने नागरिकता अधिकार मार्च निकाली। पार्टी के जिला कार्यालय से निकाला गया यह मार्च जहानाबाद स्टेशन परिसर में पहुंचा जहां सभा का आयोजन किया गया। सभा को संबोधित करते हुए पार्टी के पूर्व केंद्रीय कंट्रोल कमीशन के चेयरमैन रामजतन शर्मा ने कहा कि प्रबल विरोध के बावजूद केंद्र सरकार ने नागरिकता संशोधन बिल को पेश किया है। देश की जनता इसका पूरजोर विरोध कर रही है। उन्होंने कहा कि विरोध की आवाज को भाजपा अनसूनी कर रही है और आरएसएस के हिन्दु राष्ट्र के एजेंडे को लागू कराने की कोशिश कर रही है। सरकार यह कह रही है कि इसके जरिए पड़ोसी देशों से आए गैर मुस्लिम उत्पीड़ित शरणार्थी भारत के नागरिकता के लिए आवेदन कर सकेंगे। बिल में नागरिकता प्रदान करने का आधार धर्म व क्षेत्रीय पहचान को बनाया गया है। यह देश के संविधान की मुल आत्मा के खिलाफ है। श्री शर्मा ने कहा कि इसका मुख्य उद्?देश्य भारतीय नागरिकता की परिभाषा से मुसलमानों को बाहर करना है। एक तरफ नागरिकता के अधिकार पर हमला है तो दूसरी ओर शिक्षा के अधिकार पर भी लगातार हमले किए जा रहे हैं। अपने पहले कार्यकाल से ही मोदी सरकार जेएनयू और अन्य विश्वविद्यालयों को लगातार निशाना बना रही है। उन्होंने कहा कि हाल ही में जेएनयू में भारी फीस की वृद्धि की गई है।इसके खिलाफ देश भर में व्यापक आंदोलन हुआ। आज पूरे देश में सस्ती शिक्षा तथा सबके अधिकार की मांग बुलंद हो रही है। सरकार शिक्षा के मामले में संवैधानिक जवाबदेही से पीछे हट रही है। इस मौके पर जिला सचिव श्रीनिवास शर्मा, कुंती देवी, सत्येंद्र रविदास, विनोद कुमार भारती, प्रदीप कुमार, अरूण बिद, इंद्रेश पासवान, दयानंद प्रसाद, दिनेश दास, ललन कुमार सिन्हा, बीतन मांझी, जगदीश पासवान, मुकेश पासवान, हसनैन अंसारी, उद्रेश पासवान तथा रेणु देवी आदि लोगों ने भी अपना विचार व्यक्त किया।