मुहाने का मुंह खोलने का विरोध
जहानाबाद। पूर्व सांसद डा. जगदीश शर्मा ने राज्य सरकार पर मुहाने नदी का मुंह खोले जाने की साि
जहानाबाद।
पूर्व सांसद डा. जगदीश शर्मा ने राज्य सरकार पर मुहाने नदी का मुंह खोले जाने की साजिश करने का आरोप लगाते हुए कहा कि जब तक मैं जिंदा हूं उस मुंह को खुलने नहीं दूंगा। उन्होंने कहा कि यदि मुहाने का मुंह खोल दिया गया तो जहानाबाद तथा गया जिले के खिजर सराय के खेत बंजर पड़ जाएगी।
उन्होंने कहा कि मेरे प्रयास से ही वर्ष 2005 में उदेरा स्थान बराज के लिए डेढ़ सौ करोड़ की स्वीकृति मिली थी। पुन: वर्ष 2011 में यह बढ़कर 750 करोड़ हो गया था। उनके द्वारा जल आयोग की सिफारिश के आधार पर केंद्र से 750 करोड़ रुपये दिलाए गए। उन्होंने कहा कि किसान नेता लाल सिंह त्यागी के प्रयास से वर्ष 1962 में मुहाने का मुंह बंद हुआ था। तत्कालीन सिंचाई मंत्री जगदानंद सिंह के समय में भी मुंह खोलने की बात उठी थी। उनके द्वारा वरीय अभियंताओं की टीम भेजी गई थी। टीम के लोगों ने यह रिपोर्ट किया था कि मुंह खोले जाने से जहानाबाद जिले के 50 तथा खिजर सराय के 15 पंचायत की जमीन बंजर हो जाएगी। उन्होंने कहा कि यदि मुंह खोल दिया जाएगा तो मंडई, लिबड़ी, बीयर के साथ इस्लामपुर, जलवार नहर, नईली टाल में पानी नहीं पहुंच पाएगा। उन्होंने कहा कि यदि राज्य सरकार को उनसे दुश्मनी है तो इसकी सजा जहानाबाद के लोगों को क्यों दे रहे हैं। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि किसी भी हालत में मुंह को खोलने नहीं देंगे। इस अवसर पर जिला पार्षद रेखा शर्मा, रामप्रवेश शर्मा उर्फ शंकर जी, अशोक शर्मा आदि लोग भी उपस्थित थे।