दुर्लभ पुस्तकों से मिलती है पुराने जमाने की जानकारी
जहानाबाद। स्थानीय सचिदानंद शिक्षा एवं समाज कल्याण संस्थान में रविवार को गोष्ठी आयोजित कर पुस्तकालय के महत्व पर चर्चा की गई।
जहानाबाद। स्थानीय सचिदानंद शिक्षा एवं समाज कल्याण संस्थान में रविवार को गोष्ठी आयोजित कर पुस्तकालय के महत्व पर चर्चा की गई। इस मौके पर संस्थान के सचिव सत्येंद्र कुमार पाठक ने कहा कि बदलते समय में भले ही संचार के आधुनिक माध्यम विकसित हो गए हों लेकिन पुस्तकालय के महत्व को कम कर नहीं आंका जा सकता । उन्होंने कहा कि प्राचीन जमाने की कई जानकारी हमें दुर्लभ पुस्तकों से प्राप्त होती है। बौद्ध काल के तक्षशिला, नालंदा से संबंधित कई जानकारी धर्म जंग पुस्तकालय के दुर्लभ पुस्तकों से प्राप्त हुई है। मौके पर वक्ताओं ने कहा कि एसआर रंगनाथन के पहल पर लाइब्रेरी एक्ट अधिनियम मद्रास विधानसभा में पारित किया गया था। इसके बाद से पुस्तकालय अन्य कई जगहों पर खोले गए। इस मौके पर काव्य पाठ का भी आयोजन किया गया। कवि चितरंजन चैनपुरिया, राजेंद्र सुधाकर आदि लोगों ने अपनी कविता से लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। मौके पर पप्पु कुमार, कामेश्वर ¨सह, विक्रम राज ¨सह, सुरेश ¨सह, ब्रजेश कुमार आदि लोग मौजूद थे।