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सातवें दिन समाप्त हुआ किसान संघर्ष समिति का सत्याग्रह

जहानाबाद। प्रखंड क्षेत्र के छरियारी पुल के समीप सत्याग्रह पर बैठे किसान संघर्ष समिति के लोगों ने सातवें दिन शुक्रवार को अपना सत्याग्रह समाप्त कर दिया।

By JagranEdited By: Published: Fri, 02 Nov 2018 06:33 PM (IST)Updated: Fri, 02 Nov 2018 06:33 PM (IST)
सातवें दिन समाप्त हुआ किसान संघर्ष समिति का सत्याग्रह
सातवें दिन समाप्त हुआ किसान संघर्ष समिति का सत्याग्रह

जहानाबाद। प्रखंड क्षेत्र के छरियारी पुल के समीप सत्याग्रह पर बैठे किसान संघर्ष समिति के लोगों ने सातवें दिन शुक्रवार को अपना सत्याग्रह समाप्त कर दिया। सत्याग्रह संपन्न होने से पूर्व संघर्ष समिति के प्रतिनिधि मंडल ने जिलाधिकारी आलोक रंजन घोष से मुलाकात कर अपनी मांगें रखी। उन लोगों की मांगों के अनुरूप जिलाधिकारी ने सभी पुलों की समस्याओं के बारे में गंभीरता पूर्वक सुनते हुए तीव्र गति से कार्य कराने का आश्वासन दिया। प्रतिनिधि मंडल के लोगों को मिले आश्वासन के आधार पर सत्याग्रह समाप्त किया गया। संघर्ष समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष मंजय कुमार ने बताया कि जिलाधिकारी द्वारा तीन महीने का समय दिया गया है। यदि इस अवधि के दौरान पुल निर्माण का कार्य प्रारंभ नहीं होता है तो पुन: आंदोलन किया जाएगा। कहा कि जय बिगहा, बाला बिगहा, छरियारी तथा पाई बिगहा के समीप पुल की समस्या से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। जय बिगहा के पास तो पुल नहीं रहने के कारण किसानों की रोजी-रोटी समाप्त हो रही है। किसान अपने उत्पादों को मंडियों तक नहीं ले जा पाते हैं। उन लोगों को औने-पौने दामों पर अपना उत्पाद बेचना पड़ रहा है। इधर छरियारी का संकीर्ण पुल हमेशा हादसे का कारण बन रहा है। इस स्थान पर तीखा मोड़ भी है। आए दिन यहां दुर्घटनाएं होती रहती है। इन समस्याओं को लेकर स्थानीय जनप्रतिनिधियों से भी गुहार लगाई गई थी। उन्होंने कहा कि जिस तरह से जिलाधिकारी से आश्वासन मिला है उससे हमलोग आशान्वित हैं। ससमय इन सभी पुलों का निर्माण होना चाहिए। कहा कि इन पुलों की स्थिति ठीक हो जाने से इलाके में विकास की गति और तेज होगी। समिति के मार्गदर्शक रामचंद्र ¨सह ने सत्याग्रहियों को जूस पिलाकर सत्याग्रह समाप्त कराया। मौके पर परवेज खान, भीम प्रसाद, जयंत कुमार पप्पु, कमलेश कुमार, सूरज प्रसाद, राजेश कुमार, रामचंद्र ¨सह, बलिराम प्रसाद, अर¨वद कुमार आदि लोग मौजूद थे।

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