सब्जियों की कीमत में भारी इजाफा
पिछले चार दिनों से शहर में उत्पन्न विवाद के कारण बाहर से हरी सब्जियां का आवक बंद हो गया है। हरी सब्जी लगभग प्रत्येक घरों की थाली से गायब हो गई है। कुछ जगह मिल भी रही है तो उसकी कीमत आसमान छू रही है।
जागरण संवाददाता, जहानाबाद :
पिछले चार दिनों से शहर में उत्पन्न विवाद के कारण बाहर से हरी सब्जियां का आवक बंद हो गया है। हरी सब्जी लगभग प्रत्येक घरों की थाली से गायब हो गई है। कुछ जगह मिल भी रही है तो उसकी कीमत आसमान छू रही है। पुराना आलू 100 रुपए में पांच किलो, टमाटर 100 रुपए किलो, मूली 100 रुपए, करैला 80 रुपए, प्याज 80 रुपए किलो की दर से बिक रही है। ये भी सब्जियां मंडियों में बहुत कम मात्रा में मिल रही हैं। मंडियों में पहले से जो भी सब्जी बची है शहरवासी उसे ही खरीदने को मजबूर हैं।
बताते चलें कि शहर के आसपास के ग्रामीण इलाके से पहले मंडियों में सब्जी अधिक मात्रा में आती थी। माहौल खराब होने के कारण वे लोग भी सब्जी लाना बंद कर दिए हैं। जिससे शहर में सब्जियों की किल्लत हो गई है। शहर में पुलिस की संख्या बढ़ने से भी इन सामान की कीमत में वृद्धि हो गई है। लोगों का मानना है कि जब तक माहौल शांत नहीं हो जाता है तब तक इन्हीं सब्जियों से काम चलाया जाए। कुछ घरों में लोग चना या सूखी सब्जी से काम चला रहे है। जिनके परिवार शहर से बाहर ड्यूटी करते है या किसी काम को जाते हैं वे लोग दूसरे शहर से हरी सब्जी साथ लेते आ रहे है।