Move to Jagran APP

संग्रहालय को दर्शनीय बनाने को होगा हर संभव प्रयास

जहानाबाद। स्थानीय स्वामी सहजानंद सरस्वती संग्रहालय के स्थापना दिवस पर आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए संग्रहालय के अध्यक्ष जिलाधिकारी आलोक रंजन घोष ने कहा कि जहानाबाद ऐतिहासिक महत्व का स्थल है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 02 Dec 2018 12:58 AM (IST)Updated: Sun, 02 Dec 2018 12:58 AM (IST)
संग्रहालय को दर्शनीय बनाने को होगा हर संभव प्रयास
संग्रहालय को दर्शनीय बनाने को होगा हर संभव प्रयास

जहानाबाद। स्थानीय स्वामी सहजानंद सरस्वती संग्रहालय के स्थापना दिवस पर आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए संग्रहालय के अध्यक्ष जिलाधिकारी आलोक रंजन घोष ने कहा कि जहानाबाद ऐतिहासिक महत्व का स्थल है। यहां धराउत, घेजन, दावथू, केउर, मीरा बिगहा, बढ़ौना, भेलावर , लाट तथा कलानौर जैसे ऐतिहासिक महत्व के स्थान हैं जहां से पुरावशेष प्राप्त हुए है और इस संग्रहालय में संग्रहित है। उन्होंने कहा कि मैं उनलोगों को धन्यवाद देता हूं जिनलोगों ने किसानों के महाप्राण स्वामी सहजानंद सरस्वती के नाम पर संग्रहालय का निर्माण किया है। डीएम ने कहा कि उन्होंने इस संग्रहालय का अवलोकन किया है। यहां रखे विरासत को प्रदर्शित करने के लिए बहुत काम करने की जरुरत है। उन्होंने कहा कि इस संग्रहालय को दर्शनीय बनाने का हर संभव प्रयास किया जाएगा। यहां कला दीर्घा के विकास पर मेरा ध्यान है। इस कला दीर्घा में स्वामी जी के जीवन पर आधारित चित्रवट, बुद्ध से संबद्ध चित्रवट एवं मगध के जन जीवन को चिन्हित करने वाला चित्रवट से कला दीर्घा के विकास योजना है। उनका कहना था कि पूर्व के लोगों ने इसका निर्माण किया है अब इसे विकसित करना जिला प्रशासन के साथ ही यहां के प्रबुद्ध जनों की जिम्मेदारी बनती है। मौके पर संग्रहालय के सचिव रामवरण शर्मा ने संस्थापकों को स्मरण किया। उन्होंने संस्थापक सचिव पशुपति ¨सह, सरयू प्रसाद ¨सह तथा रामनरेश शर्मा को नमन करते हुए उनके स्मरणीय योगदान को रेखांकित किया। उन्होंने उन अधिकारियों का स्मरण किया जिनके महती सहयोग से संग्रहालय का निर्माण हुआ। खासकर जिलाधिकारी के रुप में संस्थापक चेयरमैन शक्ति कुमार नेगी, डॉ राणा अवधेश की योगदान की सराहना की गई। कार्यकारी सचिव गिरिजानंद ¨सह ने इसके वर्तमान स्थिति का चित्रण करते हुए इसे दर्शनीय बनाने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि संस्थापकों ने इसका निर्माण कर इस धरती को धन्य किया है। उपाध्यक्ष सीताशरण शर्मा ने इसके विकास के लिए संभावनाओं की तलाश करने पर बल दिया। इसके पूर्व डीएम ने स्वामी जी की प्रतिमा तथा संस्थापक सचिव पशुपति ¨सह के चित्र पर माल्यार्पण किया तत्पश्चात दीप प्रज्जवलित कर इसका उद्घाटन किया। उन्होंने रामवरण शर्मा, सीताशरण शर्मा तथा सुरेंद्र प्रसाद शर्मा एवं स्मृति शेष पशुपति ¨सह, सरजू प्रसाद ¨सह तथा रामनरेश शर्मा के परिजन को प्रशस्ति पत्र एवं शॉल भेंटकर सम्मानित

loksabha election banner

किया। उनके द्वारा चित्रकला प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय स्थान हासिल करने वाले प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया। कला मंच के संतोष श्रीवास्तव तथा प्रबंधकारिणी के सदसय देवनंदन प्रसाद, प्रो अकिल अहमद, रंजीत रंजन तथा राजकिशोर प्रसाद ने भी अपना विचार व्यक्त किया। इस मौके पर बीबीएम कॉलेज ओकरी के सचिव राजनंदन ¨सह, प्राचार्य राजकिशोर शर्मा, प्रो श्यामाकांत शर्मा, श्रीकांत शर्मा, विद्या सागर,विश्वनाथ प्रसाद, रमेश चंद्र विद्यार्थी आदि लोग भी मौजूद थे। मौके पर संतोष श्रीवास्तव द्वारा संपादित बुकलेट का भी डीएम ने विमोचन किया।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.