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थल्लु बिगहा मामले में विधायक-जदयू जिलाध्यक्ष आमने सामने

जहानाबाद घोसी थाना क्षेत्र के थल्लु बिगहा गांव में एक युवक को गोली मारकर जख्मी किए जाने के मामले में राजद विधायक कुमार कृष्णमोहन उर्फ सुदय यादव तथा जदयू जिलाध्यक्ष राजीव नयन उर्फ राजू ¨सह आमने सामने हो गए हैं।

By JagranEdited By: Published: Sat, 15 Sep 2018 11:08 PM (IST)Updated: Sat, 15 Sep 2018 11:08 PM (IST)
थल्लु बिगहा मामले में विधायक-जदयू जिलाध्यक्ष आमने सामने
थल्लु बिगहा मामले में विधायक-जदयू जिलाध्यक्ष आमने सामने

जागरण संवाददाता, जहानाबाद

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घोसी थाना क्षेत्र के थल्लु बिगहा गांव में एक युवक को गोली मारकर जख्मी किए जाने के मामले में राजद विधायक कुमार कृष्णमोहन उर्फ सुदय यादव तथा जदयू जिलाध्यक्ष राजीव नयन उर्फ राजू ¨सह आमने सामने हो गए हैं। विधायक ने कहा कि जदयू जिलाध्यक्ष उस कांड के नामजद अभियुक्त हैं बावजूद वे सूफी महोत्सव में मंत्री तथा डीएम-एसपी के साथ वीआईपी गलियारे में बैठे हुए थे। आखिर उन्हें वहां बैठने का अनुमति किसने दिया। विधायक ने कहा कि नीतीश कुमार तथा सुशील मोदी के शासन में अपराधियों को महिमा मंडित किया जा रहा है। जिला प्रशासन की कार्य शैली पर सवाल उठाते हुए उन्होंने जिलाध्यक्ष की गिरफ्तारी के लिए एक सप्ताह का समय दिया है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि एक सप्ताह के भीतर उनकी गिरफ्तारी नहीं हुई तो वे सड़क से लेकर सदन तक आंदोलन करेंगे। पार्टी के जिलाध्यक्ष मुजफ्फर हुसैन राही, नागेंद्र मेहता, परमहंस राय, डॉ शशिरंजन उर्फ पप्पु, शैलेश कुमार, मनोज यादव तथा अरमान मल्लिक के समक्ष पत्रकारों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि जिलाध्यक्ष मंत्री की गोद में बैठते हैं और प्रशासन मुकदर्शन बनी रहती है। इधर जिलाध्यक्ष ने विधायक के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि पुलिस को यह पता है कि वे निर्दोष हैं। उन्हें पुलिस के अनुसंधान पर पूरा भरोसा है। जांच में उन्हें निर्दोष पाया गया है। निर्दोष रहने के कारण ही वे कभी भूमिगत नहीं हुए। जिलाध्यक्ष ने कहा कि विधायक श्री यादव बालू माफिया से मिले हुए हैं। लोगों का ध्यान बांटने एवं अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए वे इस प्रकार का आरोप लगा रहे हैं। पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष शिववचन ¨सह संन्यासी, मुर्तजा अंसारी, वैजनाथ शर्मा तथा अनुपम कुशवाहा के समक्ष पार्टी कार्यालय में उन्होंने कहा कि यदि सूफी महोत्सव के दौरान उन्हें मुझसे नाराजगी थी तो उद्घाटन के समय भी उन्हें चला जाना चाहिए था। कार्यक्रम में सम्मान पाने के बाद वे बिहार शरीफ जाने की जरूरत हुई तो उन्होंने इस प्रकार का बहाना बनाया। उन्होंने कहा कि उन्हें पुलिस प्रशासन पर पूरा भरोसा है और उम्मीद है कि उन्हें न्याय मिलेगा।


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