कोरोना की आग में सर्राफा बाजार भी वीरान
जहानाबाद। कोरोना की आग में सर्राफा बाजार भी वीरान है। लगन का बाजार लॉकडाउन की भेंट
जहानाबाद। कोरोना की आग में सर्राफा बाजार भी वीरान है। लगन का बाजार लॉकडाउन की भेंट चढ़ गई है। लॉकडाउन के कारण कारोबार, व्यवसाय, किसानी बुरी तरह प्रभावित हुई है। इसके सुधरने में अभी वक्त लगेगा। बाजार व लोगों की आय पर सर्राफा बाजार निर्भर करता है। अप्रैल से जून तक के लग्न के दौरान सर्राफा बाजार में चमक रहती है। कारोबारी की माने तो इस तीन माह का व्यापार उनके लिए सालोभर प्रभाव डालता है। लेकिन इस बार यह बाजार भी लॉकडाउन की भेंट चढ़ गया है।
अक्षय तृतीया पर होती थी सोने की खरीदारी
अक्षय तृतीया में काफी संख्या में लोग सोना की खरीदारी करते थे। इस मुहुर्त में सोना की खरीदारी शुभ मानी जाती है। लेकिन लॉकडाउन के कारण दुकानें बंद थी । इसके कारण लग्न के साथ ही अक्षय तृतीया का भी कारोबार प्रभावित हो गया । व्यवसायी बताते हैं कि बाजार प्रभावित होने के कारण दुकान व कर्मी का खर्च वहन करना भी चुनौती बन रही है। आभूषण व्यवसायी जनार्दन की मानें तो आभूषण बाजार समृद्धि पर निर्भर करता है। लेकिन लॉकडाउन के कारण आमलोग संकट के दौर से गुजर रहे हैं। ऐसे में लॉकडाउन समाप्त होने के बाद भी बाजार प्रभावित हो रहा है।
बाजार सुधरने में लगेगा लंबा वक्त :
आभूषण व्यवसायी सुजित सोनी ने बताया कि लॉकडाउन के कारण सर्राफा बाजार बुरी तरह प्रभावित है। इसका व्यापक असर आगे भी रहेगा। सर्राफा भरोसे का बाजार है। लोग पुराने व निर्धारित दुकानों से ही सामानों की खरीद बिक्री करते हैं। हालांकि शादी विवाह का आयोजन भी अब होने लगा है, लेकिन बाजार में जो तेजी आना चाहिए था, वह नहीं दिख रहा है ।