ऋण वितरण में दिलचस्पी दिखाएं बैंक कर्मी : एलडीएम
जहानाबाद। शहर के एक होटल में बुधवार को जेएलपीआई के लिए एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसका मुख्य उद्देश्य बैंकिग स्टाफ तथा गैर सरकारी संगठनों को प्रशिक्षण के माध्यम से उनकी क्षमता का उन्नयन करना है।
जहानाबाद। शहर के एक होटल में बुधवार को जेएलपीआई के लिए एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसका मुख्य उद्देश्य बैंकिग स्टाफ तथा गैर सरकारी संगठनों को प्रशिक्षण के माध्यम से उनकी क्षमता का उन्नयन करना है। कार्यक्रम का उद्धाटन जिला अग्रणी बैंक प्रबंधक आरएन शर्मा एवं जिला विकास प्रबंधक एवं निदेशक आरसेटी ने संयुक्त रुप से किया। इस कार्यशाला में मुख्य रुप से जिले में कार्यरत बैंक शाखाओं के अधिकारी तथा गैर सरकारी संगठनों के प्रतिनिधि मौजूद थे। अपने संबोधन में जिला अग्रणी प्रबंधक ने बैंकों के कम सीडी रेसियो पर चिता व्यक्त की। उन्होंने इस बात पर विशेष बल दिया कि वर्तमान समय में बैंकों में ऋण प्रवाह को सुनिश्चित करना है। उन्होंने कहा कि इसके लिए यह आवश्यक है कि बैँकों द्वारा प्राथमिकता क्षेत्र के ऋण वितरण में दिलचस्पी दिखाई जाए। इस मौके पर नावार्ड के जिला विकास प्रबंधक ने इस बात पर जोर दिया कि संयुक्त देयता समूह,स्वयं सहायता समूह,विशेषत: जीविका द्वारा संविर्द्धत मुद्रा ऋण के तहत ऋण वितरण को सरकार ने थस्ट एरिया के रुप में चिन्हित किया है। ऐसे में बैंकों से यह उम्मीद की जाती है कि बैंकिग स्टाफ द्वारा योजनाओं के बारे में जानकारी प्राप्त कर प्रभावी तरीके से ऋण प्रवाह को सुनिश्चित किया जाए। इसके पूर्व विशिष्ट अतिथियों का स्वागत करते हुए जिला विकास प्रबंधक नावार्ड कुमार रितेश ने कार्यक्रम की रुपरेखा के संबंध में चर्चा करते हुए कहा कि संस्थागत विकास नावार्ड के प्रमुख कार्यकलापों में से एक है। ऐसे में कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य यह होता है कि वे बैंक कर्मियों में जागरुकता का निर्माण हो और उन्हें सभी बैंकिग योजनाओं की अद्यतन जानकारी हो ताकि उनके माध्यम से बेहतर ग्राहक सेवा मुहैया कराई जा सके। उन्होंने कहा कि स्थानीय स्तर पर इस प्रकार का कार्यक्रम आयोजित करने का उद्देश्य यह है कि जिला स्तर पर अधिकाधिक बैंकिग और गैर सरकारी संगठनों के स्टाफ इससे लाभान्वित हो। उन्होंने इस कार्यक्रम के दौरान मुख्य रुप से संयुक्त देयता समूह,स्वयं सहायता समूह, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन आदि
योजनाओं के संबंध में चर्चा की जाएगी।