गंदे पानी के दुर्गंध से फैल सकती है महामारी
नगर परिषद क्षेत्र के वार्ड संख्या नौ एवं 10 इन दिनों नरक में तब्दील है। लोगों को नाली के गंदे पानी से होकर गुजरना दिनचर्या बन गया है। सबसे ज्यादा समस्या सत्कार रेस्ट हाउस के पीछे वाली गली में है। इस गली में कभी पानी सुखता ही नहीं है। गली में जमा गंदा पानी में किड़े मकौड़े अपना आसियाना बना लिया है। पानी से किड़े मकौड़े आसपास के घरों में प्रवेश कर जा रहे है।
जहानाबाद
नगर परिषद क्षेत्र के वार्ड संख्या नौ एवं 10 इन दिनों नरक में तब्दील है। लोगों को नाली के गंदे पानी से होकर गुजरना दिनचर्या बन गया है। सबसे ज्यादा समस्या सत्कार रेस्ट हाउस के पीछे वाली गली में है। इस गली में कभी पानी सुखता ही नहीं है। गली में जमा गंदा पानी में किड़े मकौड़े अपना आसियाना बना लिया है। पानी से किड़े मकौड़े आसपास के घरों में प्रवेश कर जा रहे है। जिससे लोगों को रहना दुर्भर हो गया है। अजीबों गरीब स्थिति उस समय उत्पन्न हो जाती है जब कोई मोटरसाइकिल सवार इस रास्ते पार करता है। गंदे पानी से संड़ाध निकलने लगता है। उस समय जो भी मोहल्लेवासी गली को पार करते रहते हैं तो वे अपने नाक पर रूमाल रखकर ही पानी को पार करते हैं। लोगों को पूजा पाठ के लिए अपने शरीर को स्वच्छ रखना संभव नहीं हो रहा है। मोहल्लेवासी दुर्गा पूजा का त्योहार तो इसी गंदे पानी के रास्ते निकलकर पर्व की खुशियां मनाए। स्थानीय निवासी रामवचन शर्मा, गौरी शंकर, अनिल सिंह, बुटाई सिंह सहित दर्जनों लोगों ने कहा कि इस समस्या से हमलोग नगर परिषद को भी अवगत करा चुके हैं। नप अधिकारी ने शहर की साफ सफाई करने के लिए कई कर्मियों को विभिन्न वार्डों की जिम्मेदारी सौंप रखे हैं।। कर्मी केवल उन्हीं गलियों को साफ सफाई करने में व्यस्त रह रहे हैं जहां कम परिश्रम की जरूरत है। वे लोग केवल अपने अधिकारी के आसपास ही मौजूद रहते हैं। जब कभी निरीक्षण की बात होती है तो उन्हीं गलियों का निरीक्षण किया जाता है जहां पहले से ही साफ सुथरा हो। शहर की सफाई करने के लिए सरकार लाखों रूपए पानी की तरह बहा रही है। फिर भी नगर परिषद के अधिकांश मोहल्ले में गंदगी भरा है। हिन्दुओं का स्वच्छता का त्योहार छठ आने में अब कुछ ही दिन बाकी है। लोगों को अभी से ही यह भय सताने लगा है कि कहीं इसी तरह गंदे पानी से होकर नहीं गुजरना पड़े। छठ पर्व स्वच्छता का ही त्योहार कहा जाता है। इस पर्व में छोटे बच्चे से लेकर बूढ़े स्वच्छता के लिए तत्पर रहते हैं।मोहल्लेवासियों ने कहा कि यदि एक दो दिन में गली की सफाई नहीं कराया गया तो हमलोग सड़क को जाम कर देंगे। जिसकी सारी जिम्मेदारी नप प्रशासन की होगी।