नहीं उगा सरकारी गेहूं का बीज, गुणवत्ता पर उठ रहे सवाल
बेगूसराय। प्रखंड के दर्जनों किसानों के बीच कृषि विभाग द्वारा निश्शुल्क वितरित किए गए गेहूं के खराब गुणवत्ता के बीज से किसानों पर आफत आ गई है।
बेगूसराय। प्रखंड के दर्जनों किसानों के बीच कृषि विभाग द्वारा निश्शुल्क वितरित किए गए गेहूं के खराब गुणवत्ता के बीज से किसानों पर आफत आ गई है। अलग-अलग गांवों के एक दर्जन से ज्यादा किसानों ने गेहूं बीज के खेतों में नहीं उगने की शिकायत की है। हालांकि कृषि विभाग मौसम एवं खेतों में नमी को दोष दे रहे हैं। इस संदर्भ में छौड़ाही प्रखंड के भोजा शाहपुर के प्रगतिशील किसान दिनेश चौधरी, हीरालाल पासवान, मुकेश पासवान, परोड़ा गांव के दिनेश यादव आदि किसानों ने बताया कि गेहूं का एक प्रभेद के-607 जो राज्य बीज निगम द्वारा पै¨कग और अभिप्रमाणित है को कई किसानों ने अपने खेतों में लगाया जिसमें जर्मिनेशन काफी कम 40 से 50 फीसद है। कहा कि गेहूं के कम पौधे निकलने से किसान संकट में हैं। किसान कल्याण कार्यक्रम के तहत कृषि विभाग द्वारा किसानों को यह बीज वितरित किया गया था जिसका रसीद भी किसानों के पास है। किसानों ने बताया कि मिट्टी जांच के बाद अनुशंसित सभी प्रकार के उर्वरक एवं कीटनाशकों का भी खेतों में प्रयोग किया गया लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। किसान प्रति एकड़ दस हजार रुपया खर्च कर चुके हैं। अब मौसम भी अनुकूल नहीं है जो दुबारा बिजाई करें। किसानों ने अधिकारियों से मुआवजा देने की मांग की है।अ शिकायत मिलने पर कृषि समन्वयक रंजीत रंजन, किसान सलाहकार अनिस कुमार और अमरेन्द्र कुमार ने खेतों में जाकर फसल का भी निरीक्षण किया है। प्रखंड कृषि पदाधिकारी मक्केश्वर पासवान ने बताया कि किसानों से एक खास किस्म के गेहूं के खेत में कम अंकुरित होने की शिकायत मिली है। नमी के कमी से भी अंकुरण नहीं हो सकता है। एक सप्ताह से तापमान भी प्रतिकूल है। किसानों की शिकायत पर कृषि समन्वयक एवं सलाहकार को खेतों में लगे फसलों की जांच-पड़ताल करने के लिए कहा गया है। जांच पड़ताल के बाद ही वास्तविक स्थिति का पता लगेगा।