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पंचदेवरी के मंझरियां मंदिर में उमड़ा आस्था का सैलाब

पंचदेवरी व कटेया के बीच वन में स्थित मंझरियां धाम में मां भवानी के दर्शन के लिए के लिए अष्टमी को आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा।

By JagranEdited By: Published: Wed, 17 Oct 2018 06:21 PM (IST)Updated: Wed, 17 Oct 2018 06:56 PM (IST)
पंचदेवरी के मंझरियां मंदिर में उमड़ा आस्था का सैलाब
पंचदेवरी के मंझरियां मंदिर में उमड़ा आस्था का सैलाब

गोपालगंज। पंचदेवरी व कटेया के बीच वन में स्थित मंझरियां धाम में मां भवानी के दर्शन के लिए के लिए अष्टमी को आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। सीमावर्ती इलाकों से भी सैकड़ों की संख्या में मां भवानी का दर्शन करने के लिए श्रद्धालु पहुंचे। इस दौरान मां भवानी के जयकारे से मंदिर परिसर गुंजायमान रहा। मां भवानी का मंदिर जिस प्राचीन वन में स्थित है, वह चारों ओर से पानी से घिरा है। मंदिर तक पहुंचने का कोई मार्ग नहीं है। इसके बावजूद मां के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी रही। ऐसी मान्यता है कि जो भी मां की दरबार में आता है, खाली हाथ लौटकर नहीं जाता। मां सबकी मुरादें पूरी करतीं हैं। मंदिर के पुजारी सुरेश पहलवान बताते हैं कि नवरात्र में बिहार के अलावा सीमावर्ती राज्य यूपी से भी भक्त मां के दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। माता के दरबार में सुबह से ही भक्तों की लंबी कतारें लग जा रही हैं। जय माता दी की जयघोष से पूरा इलाका भक्तिमय हो उठा है। इनसेट

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रियासतों से जुड़ा है मंझरिया का इतिहास

पंचदेवरी : प्राचीन काल से ही यह धाम पूरे इलाके के लिए आस्था का केंद्र बना हुआ है। जानकार लोग बताते हैं कि राजतंत्र के समय मंझरिया वाली मां राज घरानों की कुल देवी हुआ करती थीं। आस-पास की कई रियासतों का इतिहास इस धाम से जुड़ा हुआ है। राज घरानों के लोग यहां आकर मां की पूजा-अर्चना किया करते थे। सुरक्षा की दृष्टि से वन के चारो ओर तालाब खुदवा दिया गया था। राजतंत्र की समाप्ति के बाद धीरे-धीरे लोग तालाब पारकर मां की दर्शन के लिए पहुंचने लगे। अब हर नवरात्र में यहां दूर दराज से लोग पूजा अर्चना करने आते हैं। अष्टीम को यहां श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी रही।


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