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फैसला सराहनीय, ऐसे द¨रदों को जीने का हक नहीं

गोपालगंज। दिल्ली में साल 2012 में गैंग रेप के बाद निर्भया की हत्या करने वाले हत्यारों को फांस

By JagranEdited By: Published: Sun, 07 May 2017 03:05 AM (IST)Updated: Sun, 07 May 2017 03:05 AM (IST)
फैसला सराहनीय, ऐसे द¨रदों को जीने का हक नहीं
फैसला सराहनीय, ऐसे द¨रदों को जीने का हक नहीं

गोपालगंज। दिल्ली में साल 2012 में गैंग रेप के बाद निर्भया की हत्या करने वाले हत्यारों को फांसी की सजा सुनाए जाने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले की महिलाओं ने सराहना की है। निर्भया हत्याकांड में फैसला आने के बाद महिलाओं ने कहा कि ऐसे द¨रदों को जीने का हक नहीं है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद हत्यारों को जल्द से जल्द फांसी पर लटका देना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस फैसले से महिलाओं पर अपराध करने वालों को सबक मिलेगा। निर्भया को असली न्याय तक मिलेगा जब गैंग रेप के बाद उसकी हत्या करने वाले द¨रदे फांसी पर लटका दिए जाएंगे। हालांकि देश को हिला देने वाली निर्भया हत्याकांड का फैसला पांच साल में आने पर महिलाओं ने कुछ नाराजगी भी दिखी। उन्होंने कहा कि महिलाओं पर अपराध करने के मामले में फैसला जल्द आना चाहिए। सरकार को ऐसी व्यवस्था करनी चाहिए की महिलाओं का अपराध के मामले की जल्द से जल्द सुनवाई पूरी हो सके तथा अपराधियों को सजा मिल सके।

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इनसेट

क्या कहती हैं महिलाएं

फोटो फाइल : 6 जीपीएल 15

फोटो कैप्शन : ऊषा सिन्हा

सुप्रीम कोर्ट का फैसला सराहनीय है। समाज के ऐसे दानवों को फांसी पर लटका देना चाहिए। ऐसे लोगों को जीने का हक नहीं है।

ऊषा सिन्हा

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फोटो फाइल : 6 जीपीएल 16

फोटो कैप्शन : नीभा सिन्हा

सुप्रीम कोर्ट का फैसला देर से आया है, लेकिन सही फैसला हुआ है। महिलाओं पर अत्याचार करने वाले लोगों को कड़ी से कड़ी सजा मिलेगी, तभी समाज में सुधार होगा।

नीभा सिन्हा

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फोटो फाइल : 6 जीपीएल 17

फोटो कैप्शन : रीमा कुमारी

सुप्रीम कोर्ट का फैसला बहुत अच्छा है। महिलाओं पर जुर्म करने वालों को सजा मिलेगी, तभी महिलाएं सुरक्षित रहेगी। ऐसे पापियों को मौत की सजा भी कम ही है।

रीमा कुमारी

फोटो फाइल : 6 जीपीएल 18

फोटो कैप्शन : रूबी कुमारी

निर्भया कांड दिल दहल देने वाली घटना है। इस कांड के दोषियों को घटना के दो माह बाद ही फांसी पर लटका देना चाहिए था। सुप्रीम कोर्ट ने सही फैसला लिया है।

रूबी कुमारी

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फोटो फाइल : 6 जीपीएल 19

फोटो कैप्शन : अरिहा फातिमा

इस देश में महिलाओं की रक्षा करनी है तो समाज के ऐसे द¨रदों को जितना जल्दी हो सके फांसी पर लटका देना चाहिए। कोर्ट ने फांसी की सजा दी है। उनको जीने का हक नहीं है।

अरिहा फातिमा

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फोटो फाइल : 6 जीपीएल 20

फोटो कैप्शन : ¨बदू कुमारी

निर्भया को असली न्याय तब मिलेगा जब हत्यारों को फांसी पर लटका दिया जाएगा। द¨रदों को जल्द फांसी पर लटका देना चाहिए। सुप्रीम कोर्ट ने सही निर्णय लिया है।

¨बदू कुमारी

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फोटो फाइल : 6 जीपीएल 21

फोटो कैप्शन : पूजा कुमारी

निर्भया अकेली लड़की नहीं है, देश में कई निर्भया हैं जो न्याय के लिए भटक रही हैं। सुप्रीम कोर्ट का फैसला सही है। ऐसे पापियों को जीने का हक नहीं है।

पूजा कुमारी

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फोटो फाइल : 6 जीपीएल 22

फोटो कैप्शन : नीतू कुमारी

सुप्रीम कोर्ट ने सराहनीय फैसला सुना है। ऐसा घिनौने अपराध करने वालों को तत्काल सजा देना चाहिए। ताकि समाज में महिलाएं सुरक्षित रहें।

नीतू कुमारी

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फोटो फाइल : 6 जीपीएल 23

फोटो कैप्शन : निकहत परवीन

समाज में ऐसे द¨रदों को जीने का हक नहीं है। सुप्रीम कोर्ट का फैसला बहुत अच्छा है। ऐसे पापियों को जितनी जल्दी हो सक, फांसी दे देना चाहिए।

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फोटो फाइल : 6 जीपीएल 24

फोटो कैप्शन : गुलशन परवेज

सुप्रीम कोर्ट का फैसला बहुत ही अच्छा है। ऐसे पापियों को जीने का हक नहीं है। ऐसे द¨रदे महिलाओं के ही दुश्मन नहीं हैं बल्कि धरती के बोझ हैं।

गुलशन परवेज

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फोटो फाइल : 6 जीपीएल 25

फोटो कैप्शन : सुनिति कुमारी

निर्भया को सही मायने में न्याय तब मिलेगा जब इन सभी द¨रदों को फांसी पर लटका दिया जाएगा। ऐसे लोग समाज में भेड़िया है। इनको जीने का हक नहीं है।

सुनिति कुमारी

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फोटो फाइल : 6 जीपीएल 26

फोटो कैप्शन : सुमन कुमारी चौबे

सुप्रीम कोर्ट ने अच्छा फैसला दिया है। राष्ट्रपति को भी इन पापियों के प्रति सहानुभूति नहीं रखना चाहिए। इनकी दया याचिका दी जाती है तो तो उसे ठुकरा कर जल्द से जल्द फांसी पर लटका देना चाहिए।

सुमन कुमारी चौबे


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