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आखिर कब मिलेगा मुआवजा, भटक रहे किसान

गोपालगंज। गंडक नदी के जलस्तर में अचानक हुई वृद्धि के कारण आई बाढ़ से फसलों को हुई क्ष्

By Edited By: Published: Thu, 15 Sep 2016 02:54 AM (IST)Updated: Thu, 15 Sep 2016 02:54 AM (IST)
आखिर कब मिलेगा मुआवजा, भटक रहे किसान

गोपालगंज। गंडक नदी के जलस्तर में अचानक हुई वृद्धि के कारण आई बाढ़ से फसलों को हुई क्षति का मुआवजा अबतक किसानों को नहीं मिल सका है। यह स्थिति तब है, जबकि पंद्रह दिन पूर्व ही बाढ़ से हुई फसलों की क्षति का पूर्ण आंकड़ा प्रशासन को उपलब्ध हो गया है और इस मद में खाते में राशि भी उपलब्ध है। किसान मुआवजा राशि पाने की आस में भटकने को विवश हैं। बावजूद इसके इनकी समस्याओं को सुनने वाला कोई भी नहीं है।

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जुलाई माह में गंडक नदी के बढ़ते जलस्तर के कारण जिले के छह प्रखंड में बाढ़ का प्रकोप रहा। इस बाढ़ से सैकड़ों एकड़ में लगी फसलों के नुकसान का अनुमान प्रारंभिक तौर पर लगाया गया था। फसल को हुए भारी नुकसान को देखते हुए प्रशासनिक स्तर पर फसल क्षति का पूर्ण विवरण संबंधित अंचल पदाधिकारी से तलब किया गया था। लंबी कवायद के बाद अगस्त माह के अंतिम सप्ताह में फसल की हुई क्षति का पूर्ण विवरण संबंधित अंचल पदाधिकारियों ने आपदा प्रबंधन विभाग व कृषि कार्यालय को उपलब्ध करा दिया। प्रशासन को जो आंकड़े प्राप्त हुए उसके अनुसार पांच प्रखंडों में गंडक नदी के जलस्तर में वृद्धि के कारण भारी नुकसान हुआ। तब सूची प्राप्त होने के बाद आपदा प्रबंधन विभाग ने सभी किसानों को उनके खाते में राशि जल्द उपलब्ध कराने की बात कही थी। आंकड़ों के अनुसार छह में से पांच प्रखंड के किसानों को 4433 हेक्टेयर में हुई फसल नुकसान का मुआवजा देने का निर्णय लिया गया था।

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सदर प्रखंड में हुआ है सर्वाधिक नुकसान

गोपालगंज : जिला कृषि कार्यालय में उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार सदर प्रखंड क्षेत्र में बाढ़ से सबसे अधिक फसल का नुकसान हुआ था। आंकड़ों के अनुसार सदर प्रखंड में गंडक नदी में आई बाढ़ से 2961 हेक्टेयर में लगी फसल बर्बाद हुई है। हालांकि बाढ़ का असर मांझा प्रखंड के भी कई इलाकों में भी रहा था। लेकिन आंकड़ों के अनुसार इस इलाके में बाढ़ से फसलों को कोई क्षति नहीं पहुंची।

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41 गांवों में मची थी तबाही

गोपालगंज : गत जुलाई माह आयी बाढ़ के कारण जिले के 41 गांवों में तबाही मची थी। सैकड़ों परिवारों के लोगों को शरण स्थलों पर रखा गया था। बाढ़ की अवधि में तीन दर्जन नाव व कई मोटरबोट भी चलाए गए। गंडक का जलस्तर बढ़ने के कारण काफी संख्या में लोग गांव छोड़ कर पलायन करने को विवश हो गए थे।

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कहां कितनी फसल का मिलना है मुआवजा

प्रखंड नुकसान

बैकुंठपुर 433 हेक्टेयर

सिधवलिया 241 हेक्टेयर

गोपालगंज 2961 हेक्टेयर

कुचायकोट 433 हेक्टेयर

बरौली 365 हेक्टेयर

कुल 4433 हेक्टेयर

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कहते हैं अधिकारी

बाढ़ से प्रभावित हुए गांवों में फसल की क्षति रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद सरकार को इस संबंध में रिपोर्ट सौंपी गई है। सरकार का निर्देश प्राप्त होने के बाद तय मानक के अनुरूप मुआवजा राशि का वितरण किया जाएगा।

परमानंद साह

नोडल पदाधिकारी, आपदा प्रबंधन विभाग


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