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मौसम में बदलाव से बढ़ रही टायफाइड के मरीजों की संख्या

मौसम में बदलाव का असर पर अब लोगों पर पड़ने लगा है। कभी तीखी धूप तो कभी हवा में नमी। मौसम के इस बदलाव के साथ ही बुखार से पीड़ित लोगों की संख्या तेजी से बढ़ रही है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 14 Apr 2019 06:07 PM (IST)Updated: Sun, 14 Apr 2019 06:07 PM (IST)
मौसम में बदलाव से बढ़ रही टायफाइड के मरीजों की संख्या
मौसम में बदलाव से बढ़ रही टायफाइड के मरीजों की संख्या

गोपालगंज : मौसम में बदलाव का असर पर अब लोगों पर पड़ने लगा है। कभी तीखी धूप तो कभी हवा में नमी। मौसम के इस बदलाव के साथ ही बुखार से पीड़ित लोगों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। ऐसे में सिर, बदन या जोड़ों में दर्द के साथ ही दिन में दो बार तेज बुखार आए तो सतर्क हो जाएं। यह टायफाइड के लक्षण हैं। सदर अस्पताल से लेकर पीएचसी में बुखार से पीड़ित मरीजों में टायफाइड के लक्षण मिल रहे हैं।

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स्वास्थ्य विभाग के आंकड़े बताते हैं कि पिछले एक सप्ताह में टायफाइड से पीड़ित मरीजों की संख्या में काफी इजाफा हुआ है। पहले बुखार से पीड़ित तीस मरीजों में एक-दो मरीजों में टाइफाइड के लक्षण मिलते थे। लेकिन अब हर पांच मरीज में एक मरीज टाइफाइड से पीड़ित पाए जा रहे हैं। बुखार से पीड़ित मरीजों की संख्या भी इन दिनों बढ़ गई है। सदर अस्पताल में ही प्रतिदिन बुखार से पीड़ित 50 से अधिक मरीज इलाज कराने पहुंच रहे हैं। कमोबेश ऐसी ही स्थिति निजी अस्पतालों की भी है। मौसम में बदलाव तथा तापमान में उतर चढ़ाव के बीच बीमारी बढ़ने का एक वजह दूषित पेयजल भी बनती जा रही है। पिछले सात दिन में सदर अस्पताल में ढाई सौ से अधिक बुखार के मरीज इलाज कराने आ चुके हैं। चिकित्सक बताते हैं कि शुरुआत में सामान्य बुखार की तरह ही मरीजों की दवाएं दी जा रही है। दवा खाने के बावजूद लगातार बुखार आने पर मरीजों को टायफाइड जांच की सलाह दी जाती है। जांच रिपोर्टो में भी औसतन 25 फीसद रोगियों में टायफाइड की पुष्टि हो रही है। क्या है बीमारी के लक्षण

टायफाइड का बुखार पाचन तंत्र और रक्त कोशिकाओं में बैक्टीरिया के इंफेक्शन के कारण होता है। टायफाइड से ग्रस्त रोगियों को अक्सर 103 या 104 डिग्री फारेनहाइट तक बुखार चढ़ सकता है। इस स्थिति के अलावा सिरदर्द व बदन दर्द, भूख में कमी, सुस्ती, कमजोरी और थकान, दस्त होना, सीने के निचले भाग और पेट के ऊपरी भाग पर गुलाबी या लाल रंग के धब्बे दिखना भी टायफाइड के लक्षण है। बीमारी में इलाज के दूसरे या तीसरे सप्ताह के दौरान रोगी में धीरे धीरे सुधार आना शुरू हो जाता है।

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गर्मी के साथ टायफाइड के मरीजों की संख्या में काफी इजाफा हो रहा है। बदलते मौसम के साथ डायरिया की भी शिकायत मरीजों में मिल रही है। इसके लिए धूप से हर किसी को बचने की जरूरत है। साथ ही शुद्ध पानी का सेवन आम लोगों को करना चाहिए।

डॉ कौशर जावेद, सदर अस्पताल


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