69 हजार आवेदन और महज 188 को मिला सौ दिन काम
महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी स्कीम भले ही साल में सौ दिन के रोजगार की गारंटी के लिए शुरू की गई है।
गोपालगंज : महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी स्कीम भले ही साल में सौ दिन के रोजगार की गारंटी के लिए शुरू की गई है। लेकिन इस जिले में साल में एक सौ दिन का रोजगार पाना मुश्किल है। जॉब कार्ड धारक कार्ड लेकर रोजगार की मांग करते तो हैं, लेकिन उन्हें काम नहीं के बराबर मिलता है। आंकड़े इस बात के गवाह हैं कि पूरे जिले में सौ दिनों की रोजगार गारंटी स्कीम सफल नहीं हो पा रही है। वर्तमान वित्तीय वर्ष में केवल 188 लोगों को सौ दिनों का काम मिलना इस बात की सबूत है।
रोजगार गारंटी स्कीम के तहत ग्रामीण इलाकों में रहने वाले बेरोजगार लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए पूरे जिले में 3,41,167 लोगों के जॉब कार्ड बनाए गए हैं। इस कार्ड के सहारे ही लाभुकों को काम दिया जाता है। योजना मद में पर्याप्त राशि भी उपलब्ध होने के बाद भी बेरोजगार लोगों के समक्ष रोजगार के लाले पड़े हुए हैं। यह दशा हरेक प्रखंड की है। सदर प्रखंड से लेकर दूर दराज के प्रखंडों तक की स्थिति एक समान है। हद तो यह कि जिले के कई प्रखंड में एक भी व्यक्ति को सौ दिन का काम उपलब्ध नहीं कराया गया। यह स्थिति तब रही जब इस अवधि में जिले में 60,600 लोगों ने आवेदन देकर काम की मांग किया है। सिर्फ 589 दिव्यांग को मिला काम
गोपालगंज : मनरेगा के तहत दिव्यांग लोगों को भी जॉब कार्ड निर्गत किए गए हैं। लेकिन विभागीय आंकड़े बताते हैं कि इस साल केवल 589 दिव्यांग को ही कुछ दिनों का ही काम मिल सका है। इन दिव्यांगों को भी कितने दिनों का रोजगार मिला, इस बात की जानकारी विभाग को नहीं है। वानिकी योजना से भी नहीं मिला लाभ
गोपालगंज : सौ दिन के रोजगार की गारंटी के लिए सामाजिक वानिकी योजना के तहत पौधरोपण करने के बाद लगाए गए पौधों की रक्षा की जिम्मेदारी वन पोषकों को दी गई। वन पोषक के कार्य में भी मनरेगा के जाब कार्ड धारकों को ही लगाया गया। इस कार्य में करीब चालीस हजार वन पोषक लगाए गए। लेकिन वन पोषकों को लगाए जाने के बाद भी सौ दिनों के रोजगार की कोई व्यवस्था नहीं हो सकी है। दो प्रखंड में किसी नहीं मिला सौ दिन काम
गोपालगंज : सरकारी स्तर पर तमाम प्रयास के बाद भी जिले के मांझा तथा सिधवलिया प्रखंड में किसी को भी सौ दिन का कार्य नहीं मिल सका। हद तो यह कि इस अवधि में सौ दिन का काम उपलब्ध नहीं करा पाने के एवज में किसी भी अधिकारी पर ना ही कोई कार्रवाई हुई और ना ही कारण पृच्छा पूछा गया। फिसड्डी रहा विभाग
गोपालगंज : सौ दिन का काम देने के मामले में ग्रामीण विकास विभाग वर्तमान वित्तीय वर्ष में पूरी तरह से फिसड्डी रहा है। आंकड़े बताते हैं कि पिछले वित्तीय वर्ष में भी इस अवधि में काफी कम लोगों को सौ दिन का काम दिया गया था। इस साल यह आंकड़ा मात्र 188 पर सिमट गया है। कहां कितने को मिला सौ दिनों काम
प्रखंड सौ दिन का काम
बैकुंठपुर 05
बरौली 07
भोरे 15
विजयीपुर 62
गोपालगंज 01
कटेया 10
कुचायकोट 32
पंचदेवरी 08
फुलवरिया 03
थावे 04
कुल 188