अनामंकित बच्चों के लिए दस केंद्रों की सुधरेगी दशा
यह योजना तो काफी पहले की है, पर अब विद्यालय से बाहर रहने वाले ब'चों की सूची का शुद्धिकारण कर इसे और धारदार बनाया जा रहा है।
गोपालगंज। यह योजना तो काफी पहले की है, पर अब विद्यालय से बाहर रहने वाले बच्चों की सूची का शुद्धिकारण कर इसे और धारदार बनाया जा रहा है। अनामांकित बच्चों की शुद्धिकारण सूची भी तैयार हो गई है और बच्चों को ककहरा पढ़ाने के लिए विशेष प्रशिक्षण फ्रेस केंद्र की दशा सुधारने के लिए कवायद भी शुरू हो गई है। अभी जिले में दस प्रशिक्षण केंद्र चल रहे हैं। इन केंद्रों की व्यवस्था सुधार कर अब फिर से बच्चों को ककहरा सीखने की पहल तेज कर दी गई है। ऐसे में अब, बस कुछ ही समय की बात हैं, जब शिक्षा से वंचित घर बैठे बच्चे को भी अपने अंदर शिक्षा का लौ जलाने का एक और मौका मिल जाएगा।
जिले में स्कूलों से वंचित बच्चों तक शिक्षा की पहुंच बनाने के लिए पांच साल पूर्व ही विशेष प्रशिक्षण केंद्र खोलने की पहल की गई थी। इन दौरान ये प्रशिक्षण केंद्र संचालित भी हुए। लेकिन तब इन केंद्रों में पढ़ने वाले बच्चों की सूची पर भी सवाल उठते रहे। उस दौरान कई ऐसे मामले भी सामने आए की विद्यालयों में नामांकित बच्चों को भी अनामांकित बच्चों की सूची में शामिल कर प्रशिक्षण केंद्र संचालन का कोरम पूरा कर लिया गया। लेकिन अब शायद ऐसा न हो। शिक्षा विभाग की पहल पर विद्यालय से वंचित बच्चों की सूची का पहले शुद्धिकरण करने की कवायद शुरू की गई। इस कवायद के तहत विद्यालय में नामांकित बच्चों के सूची से नाम हटाए गए और सूची से बाहर रह गए स्कूल से वंचित बच्चों के नाम जोड़े कर शुद्धिकरण सूची तैयार भी कर ली गई। अब इन बच्चों को ककहरा सिखाने के लिए जिले में संचालित दस केंद्रों में विशेष प्रशिक्षण की पहल भी शुरू हो गई है। जिला शिक्षा विभाग के अनुसार जिले में दस विशेष प्रशिक्षण फ्रेस केंद्रों के संचालन काफी समय से हो रहा है। लेकिन इसकी व्यवस्था पर सवाल उठते रहे हैं। अब इन केंद्रों की दशा सुधार कर स्कूलों से वंचित बच्चों को पढ़ाने की पहल फिर से तेज की गई है।