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ड्यूटी से घर लौट रहे चौकीदार की रास्ते में झोपड़ी में सोते समय मौत

गोपालगंज मांझागढ़ थाना में तैनात एक चौकीदार की गुरुवार की रात ड्यूटी से लौटते समय रास्

By JagranEdited By: Published: Fri, 09 Jul 2021 05:29 PM (IST)Updated: Fri, 09 Jul 2021 05:29 PM (IST)
ड्यूटी से घर लौट रहे चौकीदार की रास्ते में झोपड़ी में सोते समय मौत
ड्यूटी से घर लौट रहे चौकीदार की रास्ते में झोपड़ी में सोते समय मौत

गोपालगंज : मांझागढ़ थाना में तैनात एक चौकीदार की गुरुवार की रात ड्यूटी से लौटते समय रास्ते में तबीयत बिगड़ गई। चौकीदार थाना क्षेत्र के आलापुर पुल के पास एक झोपड़ी में सो गए। सोने के दौरान की चौकीदार की मौत हो गई। झोपड़ी में चौकीदार को मृत पड़ा देख ग्रामीणों ने इसकी सूचना पुलिस को दिया। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने चौकीदार के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया। चौकीदार लो बल्ड प्रेशर की बीमारी से पीड़ित थे। ये दवा ले रहे थे।

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बताया जाता है कि गद्दी टोला निवासी 25 वर्षीय मेहदी हसन मांझागढ़ थाना में चौकीदार के पद पर तैनात थे। गुरुवार की रात ड्यूटी करने के बाद चौकीदार मेहदी हसन अपने घर लौट रहे थे। इसी दौरान आलापुर पुल के समीप इनकी तबीयत बिगड़ गई तथा ये पुल के समीप एक खाली झोपड़ी में सो गए। सोने के दौरान ही चौकीदार महेदी हसन की मौत हो गई। झोपड़ी में चौकीदार को मृत पड़ा देख कुछ ग्रामीणों ने इसकी सूचना पुलिस को दिया। मौके पर पहुंची पुलिस ने चौकीदार के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया। इस संबंध में थानाध्यक्ष विशाल आनंद ने बताया कि चौकीदार मेहदी हसन पहले से बीमार चल रहे थे। उसका बल्ड प्रेशर लो रहता था। ये दवाइयां ले रहे थे। बताया जाता है कि चौकीदार मेहदी हसन के पिता अकबर अली भी चौकीदार थे। साल 2014 में अकबर अली की नहर में डूबने से मौत होने के बाद इनके पुत्र मेहदी हसन को अनुकंपा के आधार पर चौकीदार के पद पर बहाली की गई थी। चौकीदा मेहदी हसन की सात महीने पहले शादी हुई थी। चौकीदार मेहदी हसन की मौत होने की जानकारी मिलते ही इनकी पत्नी तमन्ना खातून तथा मां अकबरी खातून बेसुध हो गईं। मेहदी हसन चार भाइयों में सबसे बड़े थे। इनकी दो बहने हैं, दोनों की शादी हो चुकी है। चौकीदार की मौत से गद्दी टोला का माहौल गमगीन हो गया है। स्वजनों के चित्कार से उन्हें ढांढस बांध रहे ग्रामीणों की आंखें भी भर आईं।


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