बहे के पुरवा रामा, बह गईले पछिया, सजनवा रे..
थावे के होमगार्ड मैदान में दो दिवसीय थावे महोत्सव के पहले दिन भोजपुरी की जानी-मानी गायिका देवी को सुनने व देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी।
गोपालगंज : थावे के होमगार्ड मैदान में दो दिवसीय थावे महोत्सव के पहले दिन भोजपुरी की जानी-मानी गायिका देवी को सुनने व देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। महिलाएं भी देर रात तक देवी को सुनने के लिए पंडाल में मौजूद रहीं। मंगलवार की रात गायक अमर आनंद के भोजपुरी गायन के बाद गायिका देवी ने मंच संभाला। इसके बाद भक्ति गीत से प्रारंभ हुआ गीत-संगीत के कार्यक्रम में ऐसा समां बंधा कि लोग देर रात तक पंडाल में जमे रहे। भोजपुरी के कई कर्णप्रिय गीतों पर श्रोता देर रात तक झूमते रहे।
गायिका देवी ने अपने कार्यक्रम की शुरुआत मां थावे भवानी को नमन कर किया। इसके बाद उन्होंने गीतों की ऐसी सुर लहरी बिखेरी की श्रोता उसमें गोता लगाते रहे। निमिया के डाढ़ मइया, लावेली हिलोरवा कि.. से उनके गायन की शुरुआत हुई। बीच बीच में श्रोता तालियां बजाकर इनका उत्साह भी बढ़ाते रहे। देवी के गायन प्रारंभ करने के बाद अपने चर्चित गीत बहे के पुरवा रामा, बह गईले पछिया, सजनवा रे.. को प्रस्तुत कर खूब तालियां बटोरी। इसके बाद अंगुरी में डंसले बिया नागिनियां रे ननदी.. को प्रस्तुत कर दर्शक दीर्घा में बैठी महिलाओं को भी झूमने को विवश कर दिया। कार्यक्रम के उत्तरार्ध में उन्होंने डीजे वाला भाई बैल्युम बढ़ाई.. पर नृत्य प्रस्तुत कर पंडाल में मौजूद लोगों को भी डांस करने को विवश कर दिया। इस दौरान उन्होंने एक पल चैन न आवे, सजना तेरे बिना.., वो कजरा वाली, गजरा वानी उड़न परी.., अब आई होगी दिवाली, तू ले अईह चुनरी लाल.., अई हो मोरे राजा, लेके ढोल बाजा.. आदि कई लोकप्रिय गीतों की प्रस्तुति दी। इस बीच दर्शक कार्यक्रम के समापन तक पंडाल में भोजपुरी गायिका को सुनने के लिए पंडाल में जमे रहे।