कोई बना रहा फिजा तो कोई निकाल रहा हवा
विधानसभा चुनाव को लेकर प्रचार अभियान रफ्तार पकड़ने के साथ ही अब बाजारों से ग्रामीण इलाके में लोगों के बीच चुनाव को लेकर चर्चाओं का सिलसिला तेज होता जा रहा है।
मीरगंज(गोपालगंज) : विधानसभा चुनाव को लेकर प्रचार अभियान रफ्तार पकड़ने के साथ ही अब बाजारों से ग्रामीण इलाके में लोगों के बीच चुनाव को लेकर चर्चाओं का सिलसिला तेज होता जा रहा है। लोग अब चुनावी रंग में पूरी तरह से रंगने लगे हैं। जगह-जगह लोगों के बीच चुनावी चर्चा अब बहस का रूप लेने लगी है । लोग अपने राजनीतिक पार्टियों से लेकर प्रत्याशी तक को सही साबित करने के लिए उनके पक्ष में तर्क वितर्क करने लगे हैं। कोई किसी दल तथा प्रत्याशी की अपने तर्क व वितर्क से हवा बना रहा तो कोई उस दल पर प्रत्याशी की हवा निकालने में लगा है। सबके अपने अपने तर्क और अपना-अपना पक्ष है। चुनावी चर्चा का दौर शहर से होते हुए सुदूर गांव तक पहुंच गया है । बुधवार को मीरगंज नगर के छाप मोड़ पर लोगों के बीच चुनावी चर्चा चल रही थी। लोग एक दूसरे से गर्मा गरम बहस कर रहे थे। इस चर्चा में शामिल रऊफ अंसारी ने कहा कि विकास की बातें खूब हो रही हैं। लेकिन विकास धरातल पर नहीं हो रहा है। योजनाएं शुरू हो रही हैं और बीच में ही अंटकी रह जाती हैं। इनकी बात का समर्थन करते हुए वीरेंद्र सिंह ने कहा कि मीरगंज नगर का यह हाल हैं कि लोगों के घरों में नल का पानी नहीं पहुंच रहा है। गांवों में कागज में की योजना चल रही है। विकास को धरातल पर परखना चाहिए। हालांकि राजेश कुमार इन लोगों की बात से सहमत नहीं थे। उन्होंने कहा कि पहले अब और के बिहार में काफी फर्क आ गया है। अब संसाधन पहले से काफी बढ़ गए हैं। गांव गांव में सडक बन गई है। बिजली गांव गांव में मिल रही है। पहले क्या हाल था इसकी भी तरफ देखने की जरुरत है। हीरालाल सिंह भी इनकी बात से सहमत दिखे। उन्होंने कहा कि बिगड़ी व्यवस्था को पूरी तरह से ठीक करने में समय लगता है। चर्चा में शामिल रिजवान अहमद ने किसी के पक्ष में दिखे और ना ही विरोध में। उन्होंने कहा कि बिहार का विकास तभी होगा जब लोग भी उसमें योगदान देंगे। यहां तो नेता से लेकर आम लोग जिससे मौका मिल रहा है, वह अपना पॉकेट भारने की ताक में रहता है। दल के साथ स्थानीय स्तर पर प्रत्याशी को देखने की भी जरुरत है।