हथुआ राज की महरानी ने भरा मां थावे भवानी का खोइछा
जागरण टीम,गोपालगंज : नवरात्र के अष्टमी न रविवार की देर शाम थावे मंदिर पहुंची हथुआ स्टेट की महारानी
जागरण टीम,गोपालगंज : नवरात्र के अष्टमी न रविवार की देर शाम थावे मंदिर पहुंची हथुआ स्टेट की महारानी पूनम साही ने मां थावे भवानी का खोइछा भरा। कई दशकों से चली आ रही परंपरा के अनुसार अष्टमी के दिन हथुआ राज की महारानी थावे मंदिर पहुंच कर मां भवानी का खोइछा भरती हैं। इस बार भी यह परंपरा पूरे राजसी ढंग से निभाया गया। अष्टमी के दिन रविवार की शाम हथुआ राज के महाराज मृगेन्द्र प्रताप साही तथा महारानी पुनम शाही अपने परिवार के सदस्यों के साथ थावे दुर्गा मंदिर पहुंचे। जहां थावे दुर्गा मंदिर गोलंबर के पास स्काउट के बच्चों ने हथुआ महाराज व महारानी की आगवानी करते हुए उनका स्वागत किया। यहां से ढोल नगाड़ों के साथ स्काडट के बच्चे मार्च करते हुए हथुआ महाराजा तथा महारानी व उनके परिवार के सदस्यों को थावे मंदिर परिसर ले गए। मंदिर गेट पर मंदिर मुख्य पुजारी सुरेश पाण्डेय आगवानी करते हुए राजपरिवार के सदस्यों को मंदिर के गर्भगृह में ले गए। जहां वैदिक मंत्रोच्चार के बीच हथुआ महारानी पूनम साही ने मां थावे भवानी का खोइछा भरा। मंदिर के मुख्य पुजारी सुरेश पाण्डेय ने बताया की रात के 12 बजे वैदिक मंत्रोचार के साथ निशा पूजा की गई। निशा पूजा के बाद से बकरा की पहली बलि हथुआ राज परिवार द्वारा दी गई। बलि देने के बाद से हवन का कार्य शुरू हो गया। इससे पूर्व सप्तमी को हथुआ महाराज व महारानी ने परंपरा के अनुसार ऐतिहासिक घोड़ा घाट मंदिर पहुंच कर 108 कमल पुष्प से घोड़ा घाट भवानी की पूजा अर्चना कर गंगोत्री के जल से भगवान शिव का जलाभिषेक किया। यहां से ऐतिहासिक लखराव शिव मंदिर पहुंचे हथुआ महाराज व महारानी ने विशिष्ट मंत्रों के बीच भगवान शिव का जलाभिषेक किया।