एक चिकित्सक के भरोसे सदर अस्पताल का ओपीडी
सदर अस्पताल में इलाज करने आने वाले मरीजों की परेशानी बढ़ती जा रही है। सदर अस्पताल में ओपीडी सेवा पिछले कई दिनों से एक चिकित्सक के भरोसे चल रह है।
गोपालगंज। सदर अस्पताल में इलाज करने आने वाले मरीजों की परेशानी बढ़ती जा रही है। सदर अस्पताल में ओपीडी सेवा पिछले कई दिनों से एक चिकित्सक के भरोसे चल रह है। ओपीडी में बनाए गए छह में से पांच कक्ष बंद रहते हैं। एक चिकित्सक के ओपीडी में बैठने से भारी भीड़ के कारण अपना इलाज करने आने वाले काफी संख्या में मरीज बिना इलाज कराए ही वापस लौट जाते हैं।
सरकार ने स्वास्थ्य सुविधा गांव-गांव तक पहुंचाने की पहल की है। इस पहल के तहत पंचायत स्तर पर स्वास्थ्य उप केंद्र खोले जा रहे हैं। सदर अस्पताल से लेकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भी संसाधन बढ़ाए गए हैं। लेकिन इसके बाद भी सदर अस्पताल में आने वाले मरीजों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। पिछले कई दिनों से सदर अस्पताल में ओपीडी सेवा एक चिकित्सक के भरोसे चल रहा है। शनिवार को भी ओपीडी में बने छह कक्ष में से एक कक्ष में ही चिकित्सक बैठे थे। पांच कक्ष में बंद थे। जिस कक्ष में चिकित्सक बैठे थे उसके सामने मरीजों की भारी भीड़ लगी थी। कुचायकोट प्रखंड के सोनहूला गोखुल निवासी रामाजी ने बताया कि अपने बच्चे को नेत्र चिकित्सक से दिखाने के लिए आए थे। लेकिन ओपीडी में पर्चा कटाने के बाद उन्हें पता चला कि यहां नेत्र रोग के चिकित्सक नहीं बैठे हैं। ये अपने बच्चे को दिखाने निजी क्लीनिक चले गए। अपना इलाज करने आने वाले अधिकांश मरीजों की भी स्थिति रही। काफी संख्या में मरीज बिना इलाज कराए लौट गए। वहीं इस संबंध में सिविल सर्जन डॉ.एके चौधरी ने बताया कि चिकित्सकों की कमी के कारण ऐसी स्थित उत्पन्न हो जाती है। ओपीडी के सभी कक्ष में चिकित्सक बैठे इसका प्रयास किया जा रहा है।