उफ ये उपेक्षा! मीठा पानी को बना दिया मैला
गोपालगंज । हालांकि दूर से देखने पर अब भी इस पोखरे की भव्यता साफ नजर आती है। कुछ साल पह
गोपालगंज । हालांकि दूर से देखने पर अब भी इस पोखरे की भव्यता साफ नजर आती है। कुछ साल पहले ही मीरगंज नगर के हथुआ मोड़ के समीप स्थित ऐतिहासिक पोखरे चारों तरफ चाहरदीवारी, पक्के किनारे और करीने से सीढि़यां भी बनाई गई। तब नगर पंचायत ने इस पोखरे के सौंदर्यीकरण पर लाखों रुपये खर्च किए थे। लेकिन इसके बाद इस पोखरे की ऐसी उपेक्षा की गई कि कभी जिस पोखरे का पानी बाहर से आने वाले व्यापारी पीते थे अब उसका पानी मैला हो गया है। जिस पोखरे का सौंदर्यीकरण करने में नगर पंचायत ने लाखों रुपये खर्च किए थे। उसी पोखरे में नाली का गंदा पानी गिरता है। इसे पोखरे के किनारे बैठने के लिए भी जगह है। लेकिन बैठने की कौन कहे अब तो इसके पानी से उठती बदबू से लोग इधर से गुजरने से भी परहेज करते हैं। स्थानीय लोग बताते हैं कि इस पोखरे का निर्माण हथुआ राज ने अपने जमाने में किया था। तब हथुआ में बड़ा पशु मेला लगता था। दूर दूर से व्यापारी आते थे। लोग बताते हैं कि बाहर से आने वाले व्यापारी इसी पोखरे के किनारे अपना ठिकाना बनाते थे। इसी पोखरे का पानी वे पीते थे और इसी से उनका खाना भी बनता था। लेकिन समय के साथ इस पोखरे की उपेक्षा होती चली गई। हालांकि 2008 में लाखों रुपये खर्च कर इस पोखरे का सौंदर्यीकरण किया गया। चाहरदीवारी बनी. किनारों को पक्का किया गया तथा करीने से सीढि़यां भी बनाई गई। लेकिन सौंदर्यीकरण के बाद इस पोखरे को भुला दिया गया। इस पोखरे की ऐसी उपेक्षा की गई कि इसी में घरों का गंदा पानी नाली के साथ बहाया जाता है। पोखरे का मीठा पानी अब मैला हो गया है।
जागरण की पहल, लोगों ने दिया नप को आवेदन
तालाब पोखरों को बचाने के लिए दैनिक जागरण की मुहिम में अब लोग भी कदम से कदम मिलाने लगे हैं। हथुआ मोड़ के समीप स्थित ऐतिहासिक पोखरे की बदहाल दशा को ठीक कराने के लिए लोगों ने अपनी पहल शुरू कर दिया। मंगलवार को मीरगंज नगर वासियों का एक प्रतिनिधि मंडल नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी कुमकुम श्रीवास्तव से मिलकर उन्हें पोखरे का हाल बताया और पोखरे में गिर रहे नाली के पानी को बंद कराकर उसकी सफाई कराने के लिए आवेदन दिया। लोगों की इस पहल पर नप की कार्यपालक पदाधिकारी ने भी इस पोखरे की सफाई कराने का आश्वासन दिया। प्रतिनिधि मंडल में संतोष कुमार, आकाश केसरी, दीपक केसरी, महेंद्र सोनी, योगेंद्र कुमार, गोविंद कुमार, मनोज कुमार, राकेश कुमार, आलोक कुमार, विवेक केसरी, सोनू कुमार, राजेश कुमार आदि शामिल रहे।
कहती हैं नप कार्यपालक पदाधिकारी
हथुआ मोड़ स्थित पोखरे की दशा ठीक कराई जाएगी। लोगों ने इसके लिए आवेदन दिया है। शीघ्र की पोखरे में पानी गिराने वाले नाले को बंद कराया जाएगा तथा पोखरे की सफाई कर फिर से पानी भरा जाएगा। ताकि इसका सौंदर्यीकरण फिर से लौट सके।
कुमकुम श्रीवास्तव
नगर पंचायत कार्यपालक पदाधिकारी
कहते हैं लोग
तालाब भारतीय परंपरा से जुटे हुए हैं। तालाब जल संग्रह के सबसे अच्छे माध्यम से हैं। अब तालाबों की दशा सुधारने के लिए लोगों का आगे आना होगा।
भानू सिंह
उपेक्षा के कारण पोखरों का अस्तित्व समाप्त हो रहा है। दैनिक जागरण को धन्यवाद। इसने पोखरों को बचाने के लिए लोगों में जागृति लाने का काम किया है।
जगदीश राय
पोखरों और तालाबों की दशा बदहाल होने का एक कारण इसके प्रति लोगों की उपेक्षा भी है। लोग तालाबों के महत्व को भुलने लगे थे। दैनिक जागरण ने मुहिम चलाकर तालाबों के महत्व के बारे में फिर से लोगों को जागरुक किया है।
अवधेश यादव
पोखरे नहीं बचेंगे तो जल संकट विकट हो जाएगा। हर किसी को तालाब और पोखरा बचाने का प्रयास करना चाहिए। दैनिक जागरण की मुहिम काफी सराहनीय है।
रामा जी यादव
बच्चों ने भी लिया संकल्प
तालाबों का अस्तित्व बचाने के लिए अब स्कूल कालेजों के बच्चे भी आगे आने लगे है। मंगलवार को शहर के डीएवी स्कूल के बच्चों ने तालाबों को बचाने का संकल्प लिया। बच्चों ने कहा कि वे तालाबों को बचाने के लिए अपने अपने मुहल्ले में लोगों को प्रेरित भी करेंगे।
हरखोरी साह की पोखरा की करेंगे सफाई
गोपालगंज : शहर के पुरानी चौक में दीपक कुमार दीपू की अध्यक्षता में युवाओं ने बैठक कर शहर के थावे रोड स्थित हरखोरी साह के पोखरे की साफ सफाई करने का संकल्प लिया। युवाओं ने कहा कि शहर में यह एक बड़ा पोखरा है। इसका ऐतिहासिक महत्व भी है, और इसके किनारे मंदिर भी है। इस पोखरे के महत्व को देखते हुए बैठक में निर्णय लिया गया कि जन सहयोग से इस पोखरे की साफ सफाई की जाएगी। बैठक में पियूष कुमार, प्रवीण कुमार, रितेश जायसवाल, सुनिल, संतोष सोनी, राजेश सोनी सहित काफी संख्या में युवा मौजूद थे।