गोपालगंज। प्रतिमाह 18 हजार रुपया मानदेय देने सहित विभिन्न मांगों को लेकर सरकारी स्कूलों में मध्याह्न भोजन बनाने वाले रसोइयों की हड़ताल जारी रहा। सोमवार को रसोइयों ने शहर के बंजारी मोड़ पर एनएच 28 को जाम कर अपनी मांगों के समर्थन में प्रदर्शन किया। इसी बीच मौके पर पुलिस बल के साथ पहुंचे सीओ विजय कुमार ¨सह ने रसाइयों को समझा कर एनएच से हटा दिया। शहर में एनएच जाम करने के साथ ही प्रखंड मुख्यालयों में भी रसोइयों ने प्रदर्शन कर अपनी मांगों के समर्थन में जमकर नारेबाजी किया।
18 हजार रुपया प्रतिमाह मानदेय देने, रसोइयों को सरकारी कर्मचारी का दर्जा देने सहित 14 सूत्री मांग को लेकर पिछले 22 दिनों से रसोइया हड़ताल पर हैं। सोमवार को भी रसोइयों की हड़ताल जारी रहा। इस बीच रसोइयों ने शहर में जुलूस निकालते हुए बंजारी मोड़ पर पहुंच कर एनएच 28 जाम कर दिया। इस दौरान अपनी मांगों के समर्थन में रसोइयों ने प्रदर्शन करते हुए जमकर नारेबाजी शुरू कर दिया। जिससे एनएच पर वाहनों का पहिया थम गया। हालांकि इसी बीच पुलिस के साथ मौके पर पहुंचे सीओ सीओ विजय कुमार ने ¨सह तथा नगर इंस्पेक्टर रवि कुमार ने रसोइयों को समझा कर उन्हें एनएच से हटा दिया। जिसके बाद एनएच पर वाहनों का आवागमन शुरू हो गया। मांझा में भी रसोइयां अपनी मांगों के समर्थन में सड़क पर उतर आए। रसोइयों ने प्रखंड मुख्यालय में जुलूस निकाल कर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला फूंका। इस मौके पर अपने संबोधन में रसोइया संघ के जिला अध्यक्ष श्यामबहादुर यादव ने सरकार से रसोइयों को सरकारी कर्मचारी का दर्जा देने, प्रतिमाह 18 हजार मानदेय देने की मांग करते हुए कहा कि जब तक मांगें पूरी नहीं होंगी हड़ताल जारी रहेगा। पुतला फूंकने वालों में प्रखंड अध्यक्ष चंद्रमा मांझी, मीरा देवी, वसंती देवी, रीना देवी, कन्हैया खरवार, सुगांती देवी, प्रमिला देवी सहित काफी संख्या में रसोइया शामिल रहे। कटेया में रसोइयों ने प्रखंड संसाधन केंद्र के मुख्य द्वार पर ताला बंद कर घंटो सरकार खिलाफ नारेबाजी किया। इस दौरान यह एलान किया गया कि जब तक सरकार रसोइयों को प्रतिमाह 18 हजार रुपया मानदेय तथा सरकारी कर्मचारी का दर्जा नहीं देती है तब तक हड़ताल जारी रहेगा।