चुनावी रंग में रंगने लगे ग्रामीण इलाकों के लोग
अब जबकि लोकसभा चुनाव के दो चरणों की मतदान प्रक्रिया पुरी हो चुकी है अब जिले में चुनावी माहौल गरमाने लगा है।
गोपालगंज। अब जबकि लोकसभा चुनाव के दो चरणों की मतदान प्रक्रिया पुरी हो चुकी है, अब जिले में चुनावी माहौल गरमाने लगा है। जिले मे नामांकन की प्रक्रिया के बीच दूरदराज के गांवों से लेकर खेत खलिहान तक चूनावी चर्चा जोर पर है। तमाम मतदाता अब अपनी खामोशी को तोड़कर जनहित के मुद्दों पर खुलकर अपनी राय रखने लगे हैं। इन चर्चाओं में महिलाएं भी पीछे नहीं हैं। वह भी उनसे जुड़ी मुद्दों पर अब पुरजोर तरिके से अपनी बात रखने लगी हैं। ऐसी ही एक चर्चा कुचायकोट प्रखंड के सुदूर दियारा क्षेत्र के तिवारी मटिहिनिया गांव में हुई। अपने काम धंधे से फुर्सत पाए तमाम लोग गांव के खुले जगह पर बैठकर चुनावी चर्चा में व्यस्त है। इस चर्चा के मूल में यहीं बात है कि इस बार सरकार किसकी बनेगी। गांव की एक महिला छेमा कुंवर मुखर हो उठती हैं। अपनी बात शुरू करते हुए वह कहती हैं कि अब जात-पात में बांटकर लोगों को बेवकूफ बनाकर सरकार बनाने का सपना किसी का भी पार्टी पूरा नहीं हो सकता। अब इस देश की जनता जाग चुकी है। एक बार फिर वह उसी की सरकार बनाएगी जो इस देश में विकास की रफ्तार को बढ़ाएगा। जो सरकार महिलाओं से लेकर दबे कुचले, गरीबों आदि के लिए बेहतर कार्य करेगी उसे ही फिर से मौका मिलेगा। वे कहती हैं कि पहले जहां चूल्हे पर खाना बनाते समय हम महिलाओं को तमाम बीमारियों का सामना करना पड़ता था। अब घर-घर गैस के चूल्हे उपलब्ध हो जाने से महिलाओं की जिदगी आसान हो गई है। तिवारी मटिहनिया गांव के ही संजय कुमार कहते हैं कि आज भारत का पूरी दुनिया में डंका बज रहा है। यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ही करिश्माई व्यक्तित्व है कि पूरी दुनिया भारत के साथ खड़ी है। आज भारत की तरफ दुश्मन देश आंख उठाकर देखने की भी हिम्मत नहीं कर सकता। क्योंकि देश के पास एक मजबूत नेतृत्व है। चर्चा में शामिल दीपक कुमार इन लोगों की बातों से कतई सहमत नहीं हैं। उनका कहना है कि इस सरकार में भ्रष्टाचार चरम पर है। सरकार अपने किए गए एक भी वादे पूरे नहीं कर सकी है। जिन मुद्दों को लेकर सरकार सत्ता में आई थी वह सारे मुद्दे ठंडे बस्ते में डाल दिए गए। चर्चा में शामिल दुर्गा तिवारी का कहना था कि यह चुनाव देश के लिए एक महत्वपूर्ण चुनाव है। जिस तरह देश को कुछ लोग सांप्रदायिकता की आग में झोंकना चाहते हैं उससे देश को हर हाल में बचाना होगा। इसके लिए एक सेकुलर सरकार देश में गठित होनी चाहिए। उनका कहना था कि इस देश में कुछ राजनीतिक दल एक दूसरे के प्रति नफरत फैलाकर अपनी राजनीति करना चाहते हैं। जो देश के लिए कतई फायदेमंद नहीं है।