ड्यूटी पर तैनात सैप के जवान ने अपने हीं साथी जवान को मारी गोली, मौत
बिहार के गोपालगंज जिले में ड्यूटी पर तैनात एक सैप जवान ने दूसरे की गोली मारकर हत्या कर दी। आरोपित जवान को हिरासत में ले पूछताछ की जा रही है।
गोपालगज [जेएनएन]। बिहार के गोपालगंज जिले के पंचदेवरी प्रखंड क्षेत्र के नटवां स्थित प्लांट पर तैनात सैप के जवान मतवर सिंह ने आपसी विवाद के बाद अपने ही साथी जवान नंदलाल यादव को गोली मार दी। घटना स्थल पर ही नंदलाल यादव नामक सैप के जवान की मौत हो गई। मृत जवान भोरे थाना क्षेत्र के हरदियां गांव का निवासी है। घटना के बाद आरोपित सैप का जवान छपरा जिले के मढ़ौरा गांव का निवासी मतवार सिंह सरकारी राइफल लेकर फरार हो गया।
घटना की सूचना मिलने के बाद कटेया थानाध्यक्ष गौतम कुमार मौके पर पहुंच गए तथा मृत जवान के शव को अपने कब्जे में लेकर घटना की सूचना वरीय पदाधिकारियों को दी। जिसके बाद मौके पर पहुंचे एसपी राशिद जमा ने पूरे मामले की जांच पड़ताल की तथा आरोपित सैप जवान को गिरफ्तार करने का आदेश दिया।
पुलिस द्वारा की गई लगातार छापेमारी व दबाव के बाद आरोपित जवान से पुलिस के समक्ष समर्पण कर दिया। उधर घटना के बाद आसपास के लोग तथा मृत जवान के परिजन मौके पर पहुंच गए तथा हंगामा व नारेबाजी शुरू की दी। इस बीच उग्र लोगों ने रोड़ेबाजी व आगजनी भी की। पुलिस को स्थिति पर नियंत्रण पाने में काफी मशक्कत करनी पड़ी।
जानकारी के अनुसार प्रखंड क्षेत्र के नटवां स्थित कमला आदित्य कंस्ट्रक्शन की ओर से करीब चार साल बाद सुरक्षा की मांग प्रशासन से की गई थी। जिसके बाद वहां सैप के सात जवानों को सुरक्षा के लिए तैनात कर दिया गया। कभी कभार वहां तैनात कटेया थाने की पुलिस के साथ गश्त आदि कार्य में भी लगाए जाते थे। बताया जाता है कि हमेशा की तरह गुरूवार की रात भी अपनी डियूटी बदलने पर सैप का जवान नंदलाल यादव ने अपने कमरे में वापस जाकर पकड़ा बदला।
कुछ देर के बाद उसकी किसी बात को लेकर दूसरे जवान मतवर सिंह से नोंक-झोंक हुई। नोंक-झोंक के बाद मतवर सिंह ने अपने साथी जवान को गोली मार दिया। इस घटना के तत्काल बाद नंदलाल यादव की मौके पर ही मौत हो गई।
सूचना के बाद गुरुवार की रात्रि ही पुलिस मौके पर पहुंच गई तथा घटना की छानबीन शुरू कर दी। शुक्रवार की सुबह मृत जवान के शव को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेजे जाने की कार्रवाई चल ही रही थी, कि परिजन तथा आसपास के लोग जमा हो गए तथा रोड़ेबाजी व आगजनी शुरू कर दिया। हंगामा को देखते हुए एहितयात के तौर पर कई थानों की पुलिस को बुलाया गया। इधर धीरे-धीरे आसपास के गांव के लोगों की भीड़ भी बढ़ गई।
मौके पर पहुंचे हथुआ एसडीपीओ इम्तेयाज अहमद ने लोगों को समझाने की कोशिश की। लेकिन लोगों का गुस्सा कम नहीं हुआ। स्थित पर नियंत्रण पाने के लिए पुलिस को भी बल प्रयोग करना पड़ा। इस बीच पुलिस ने भी खुद की सुरक्षा में हवाई फायरिंग की। लेकिन पुलिस ने हावाई फायरिंग की बात से इन्कार किया है।
मृत जवान के परिजन को मुआवजा दिए जाने की मांग
सैप जवान की गोली मारकर हत्या किए जाने के बाद उग्र परिवार के लोगों ने मुआवजा दिए जाने की मांग की है। परिवार के लोगों ने मौके पर पहुंचे उप विकास आयुक्त दयानंद मिश्र से घटना को अंजाम देने वाले जवान को कड़ी से कड़ी सजा दिलाए जाने की मांग की। मौके पर मीरगंज के इंस्पेक्टर अरुण मालाकार के अलावा कई थाने की पुलिस भी मौजूद रही। अधिकारियों के समझाने का ग्रामीणों का गुस्सा कुछ शांत हुआ।
मची रही घंटों चीख पुकार
सैप जवान की हत्या की खबर आने के बाद घटनास्थल पर पर परिवार के लोग शुक्रवार की तड़के पहुंच गए। परिवार के लोगों के मौके पर पहुंचने के बाद घंटों चीख पुकार मची रही। परिवार के ही बड़े बुजुर्ग लोगों को सांत्वना दे रहे थे। लेकिन परिवार के लोगों के आंख से आंसू थम नहीं रहे थे।
दोपहर तक नियंत्रण में हुआ विवाद
जवान की हत्या के बाद शुक्रवार की सुबह शुरू हुआ विवाद दोपहर तक चलता रहा। वरीय अधिकारियों के समझाने तथा आरोपित को सजा दिलाए जाने के आश्वासन के बाद विवाद दोपहर तक समाप्त हुआ। जिसके बाद पुलिस मृत जवान के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज सकी।