बदलते मौसम में स्वास्थ्य के प्रति रखें सावधानी
गर्मी ढलान पर है। धीरे-धीरे ठंड दस्तक दे रही है। तापमान में उतार चढ़ाव देखा जा रहा है। दिन में गर्मी का एहसास हो रहा है तो शाम ढलते ठंड बढ़ जा रही है।
गोपालगंज। गर्मी ढलान पर है। धीरे-धीरे ठंड दस्तक दे रही है। तापमान में उतार चढ़ाव देखा जा रहा है। दिन में गर्मी का एहसास हो रहा है तो शाम ढलते ठंड बढ़ जा रही है। यह सेहत पर भी असर डालता है। असर भी साफ दिखाई देने लगा है। चिकित्सकों के पास सर्दी-खांसी, दमा, संक्रमण व वायरल फीवर के मरीजों की संख्या अचानक बढ़ गई है।
हालांकि हर उम्र के लोगों पर इसका असर देखा जा रहा है पर इनमें बच्चों व बुजुर्गो की तादाद अधिक है। सामान्य दिनों की तुलना में मरीजों की तादाद पचीस फीसद बढ़ गई है। चिकित्सकों के अनुसार इन दिनों आने वाले मरीज बुखार, नाक बहने, बार-बार छींक आने, सूखी खांसी, गले में खराश व दर्द, कान में दर्द, सिरदर्द व सुस्ती आदि से परेशान देखे जा रहे हैं। श्वांस नली व फेफड़ों में संक्रमण से पीड़ितों की कतार भी लंबी हैं। उनमें थूक निगलने में परेशानी, आवाज में भारीपन, सांस लेने में परेशानी, सीने में जलन व दर्द देखा जा रहा है। इनमें में दमा के मरीजों भी अधिक हैं। दमा के मरीजों को बदलते मौसम में अधिक खतरा होता है। बच्चों के लिए तापमान में उतार-चढ़ाव अधिक नुकसानदायक साबित हो सकता है। आजकल बच्चों में सीने में संक्रमण, जकड़न व निमोनिया से पीड़ित बच्चों की तादाद बढ़ी है। लापरवाही से यह हो सकती है परेशानी
- बुखार
- सूखी खांसी, गले में खराश व दर्द
- बार-बार छींक आने,नाक बहना
- कान में दर्द, सिरदर्द व सुस्ती
-आवाज में भारीपन
- सीने में जलन
- सांस लेने में दिक्कत
- दर्द के साथ खांसी बचाव के लिए करें यह उपाय
- दमा व श्वांस के मरीज रहें सतर्क
- बुजुर्ग बरतें अधिक सावधानी
- शिशुओं व बच्चों का रखें ध्यान
- तापमान को ध्यान में रखते हुए कपड़े पहने
- पौष्टिक भोजन लें, पर्याप्त मात्रा में पानी पीएं