रामजानकी पथ से जुड़ेंगा बैकुंठपुर का सत्तरघाट सहित कई इलाके
राम-जानकी पथ से बैकुंठपुर प्रखंड का सत्तरघाट सहित कई इलाके जुड़ेंगे। यह पथ कुदरियां बंगरा फैजुल्लाहपुर सत्तररघाट चकिया होते हुए नेपाल तक जाएगा।
गोपालगंज । राम-जानकी पथ से बैकुंठपुर प्रखंड का सत्तरघाट सहित कई इलाके जुड़ेंगे। यह पथ कुदरियां, बंगरा, फैजुल्लाहपुर, सत्तररघाट, चकिया होते हुए नेपाल तक जाएगा। जिससे इस इलाके के विकास को गति मिलेगी। केंद्रीय मंत्री परिवहन मंत्री नितिन गड़करी
के राम-जानकी पथ को मंजूरी देने के बाद इस इलाके के लोगों में खुशी व्याप्त हो गई है। भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष विधायक मिथिलेश तिवारी ने बताया कि केंद्र सरकार ने भारत माला प्रोजेक्ट के तहत अयोध्या से नेपाल के जनकपुर तक राम-जानकी पथ बनाने की पहल किया है। अब केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गड़करी ने राम-जानकी पथ को मंजूरी दे दिया है। राम-जानकी पथ बैकुंठपुर के कुदरियां, बंगरा, फैजुल्लाहपुर, सत्तरघाट, चकिया से होते हुए नेपाल तक जाएगा। इस पथ से अब सत्तरघाट के समीप स्थित धनेश्वरनाथ मंदिर तथा डुमरिया का प्रसिद्ध नागेश्वरनाथ मंदिर भी जुड़ जाएगा। उन्होंने कहा कि इससे इस इलाके के विकास को काफी गति मिलेगी। राम-जानकी पथ का निर्माण होने से कई पर्यटन स्थल एक दूसरे से जुड़ जाएंगे। इसके साथ ही भारत-नेपाल के संबंध को एक नई दिशा मिलेगी।
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दो बार जानकपुर गए थे भगवान राम
गोपालगंज : भगवान राम दो बार जनकपुर गए थे। विधायक मिथिलेश तिवारी ने बताया कि पहली बार भगवान माता सीता से विवाह करने जनकपुर गए थे। दूसरी बार राजसिंहासन पर भगवान राम के बैठने के बाद माता सीता जब वन में चली गई थी, उस समय राजा जनक के बुलाने पर जनकपुर गए थे। उन्होंने बताया कि जिस रास्ते से भगवान राम होकर अयोध्या से जनकपुर गए थे। उन्हीं जगहों को एक दूसरे से जोड़ने के लिए राम-जानकी पथ का निर्माण किया जा रहा है। यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक है। केंद्रीय परिवहन मंत्री से मंजूरी मिलने के बाद पीएम पैकेज से इस पथ का निर्माण शीघ्र शुरू होगा।