कॉलम-पहली कक्षा:झोपड़ी में था विद्यालय, जन गण मन पढ़ाया था
मैं सिधवलिया प्रखंड के बुचेया मठिया गांव का निवासी हूं।
गोपालगंज। मैं सिधवलिया प्रखंड के बुचेया मठिया गांव का निवासी हूं। विद्यापीठ देवघर से स्नातक करने से पूर्व सहायक शिक्षक के रूप में गोपालगंज जिले में मेरा चयन हुआ। चूंकि मैं स्नातक करने के पूर्व छपरा के तेलपा के एक ट्रे¨नग कॉलेज से ट्रे¨नग ले चुका था, ऐसे में मेरी पहली तैनाती 19 जनवरी 1974 को उचकागांव के नवादा प्राथमिक विद्यालय मे हुई। जब मैं उस विद्यालय में गया, उस समय उस विद्यालय में मात्र दो झोपड़ी थी। मुझे पहली क्लास से जुड़ी एक-एक बात याद है। विद्यालय मे योगदान की प्रक्रिया पूरी होने के बाद तत्कालीन प्रधानाध्यापक हाफीज अंसारी ने मुझे चौथी कक्षा मे मुझे ¨हदी पढ़ाने का दायित्व सौंपा। कक्षा में पहुंचने के बाद बच्चे बहुत उत्साहित दिख रहे थे। बच्चों की उत्सुकता देखकर मैने एक बच्चे से ¨हदी की किताब ली और उन्हीं से पूछकर राष्ट्रगीत जन गण मन..का पाठ खोला। मैंने उन्हे बखूबी एक सफल शिक्षक की भूमिका निभाते हुए बच्चों को पाठ पढ़ाया। घंटी बजी, उस बच्चे को किताब सौंपकर कक्षा से बाहर आ गया। मुझे पहले दिन सभी वरीय शिक्षकों ने हौसला दिया। जिसके कारण मेरा आत्मविश्वास बढ़ता गया। इसी का परिणाम था कि सिधवलिया प्रखंड के माधोपुर, बैकुंठपुर के मंगलपुर तथा बरौली के सिकटियां मे प्रधानाध्यापक के पद पर रहकर मैं अपने कार्य में सफल रहा।
विक्रमा प्रसाद यादव, अवकाशप्राप्त शिक्षक