बघेजी पंचायत के मुखिया व पंचायत सचिव पर प्राथमिकी
14वें वित्त आयोग की राशि में बड़े पैमानें पर गड़बड़ी करने के आरोप में बरौली प्रखंड के बघेजी पंचायत की मुखिया व पंचायत सचिव के विरुद्ध गुरुवार को धोखाधड़ी की प्राथमिकी दर्ज की गई।
गोपालगंज : 14वें वित्त आयोग की राशि में बड़े पैमानें पर गड़बड़ी करने के आरोप में बरौली प्रखंड के बघेजी पंचायत की मुखिया व पंचायत सचिव के विरुद्ध गुरुवार को धोखाधड़ी की प्राथमिकी दर्ज की गई। दर्ज प्राथमिकी में पंचायत में चापाकल लगाने के कार्य में लगी कार्य एजेंसी को भी आरोपित बनाया गया है। कांड दर्ज करने के बाद पुलिस मामले की जांच पड़ताल में लग गई है।
बरौली के बीडीओ संजय कुमार ने इस संबंध में दर्ज प्राथमिकी में आरोप लगाया है कि बघेजी पंचायत में 14वें वित्त आयोग की ओर से विकास योजना के लिए राशि उपलब्ध कराई गई थी। राशि प्राप्त होने के बाद पंचायत में ग्राम सभा का आयोजन किया गया। इस ग्राम सभा के दौरान पंचायत सचिव व मुखिया ने आपसी मिलीभगत के तहत मृत व विदेश में रह रहे लोगों का फर्जी हस्ताक्षर कर कार्यवाही पंजी को तैयार कर लिया। हद तो तब हो गई कि पंचायत के बीस लोगों के घर के समीप चापाकल लगाने के नाम पर 5,52,082 रुपये की राशि का दुरुपयोग कर लिया गया। इस संबंध में शिकायत मिलने के बाद जब प्रशासनिक स्तर पर योजनाओं की जांच कराई गई तो इस पूरे प्रकरण का खुलासा हुआ। जांच में यह बात भी सामने आई कि चापाकल लगाने में मानक का उल्लंघन किया गया है। 150 फीट के बदले 44 से 104 फीट चापाकल लगाया गया। पूरे मामले की जांच रिपोर्ट आने के बाद जिलाधिकारी ने इस संबंध में मुखिया, पंचायत सचिव तथा कार्य एजेंसी पर प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया। दर्ज प्राथमिकी में मुखिया अकलीमा खातून, पंचायत सचिव नागेंद्र प्रसाद ¨सह तथा कार्य एजेंसी के रमेश कुमार को नामजद आरोपित बनाया गया है। कांड दर्ज कर पुलिस मामले की जांच पड़ताल में लग गई है।