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दो बच्चों की मौत के बाद धरहरा गांव में पसरा मातमी सन्नाटा

धरहरा गांव के बगीचे में ठनका गिरने से उसकी चपेट में आए दो बच्चों की मौत के बार पूरे गांव में मातमी सन्नाटा पसर गया है। घटना के समय बगीचे में भीगते हुए खेल रहे बच्चों की आंखों में खौफ साफ नजर आ रहा है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 15 Sep 2020 05:56 PM (IST)Updated: Wed, 16 Sep 2020 05:12 AM (IST)
दो बच्चों की मौत के बाद धरहरा गांव में पसरा मातमी सन्नाटा
दो बच्चों की मौत के बाद धरहरा गांव में पसरा मातमी सन्नाटा

संवाद सूत्र,भोरे(गोपालगंज) : धरहरा गांव के बगीचे में ठनका गिरने से उसकी चपेट में आए दो बच्चों की मौत के बार पूरे गांव में मातमी सन्नाटा पसर गया है। घटना के समय बगीचे में भीगते हुए खेल रहे बच्चों की आंखों में खौफ साफ नजर आ रहा है। साथ ही दो साथियों के गुजरने का गम उनकी आंखें नम किए हुए है। छोटे भाई राकेश की मौत से मुकेश चौहान की हालत भी बिगड़ गई है। हालत बिगड़ने के बाद मुकेश को रेफरल अस्पताल में भर्ती कर ऑक्सीजन चढ़ाना पड़ा।

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मंगलवार की दोपहर एक बजे बारिश शुरू होने के बाद धरहरा गांव के छह बच्चे बगीचे में उछल कूद मचाने लगे। लेकिन तभी अचानक ठनका गिरने से बच्चों की खुशियां भय में बदल गई। तेज कड़क की आवाज होते ही चार बच्चे चीखते हुए भाग कर पास में स्थित एक झोपड़ी अंदर चले गए। लेकिन इन बच्चों के साथ खेल रहे दस वर्षीय नीरज चौहान, दस वर्षीय राकेश चौहान तथा आठ वर्षीय रवि यादव एक पेड़ के पास दुबक गए। तभी वज्रपात हुआ और तीनों उसकी चपेट में आ गए। वे तीनों वहीं पर गिर पड़े। इसी बीच भाग कर झोपड़ी के अंदर चले गए बच्चे शोर मचाने लगे। बच्चों के शोर बगीचे में पहुंचे ग्रामीण तीन बच्चों को बेसुध पड़े देख सन्न रह गए। ग्रामीण तीनों बच्चों को रेफरल अस्पताल ले गए। जहां राकेश चौहान तथा नीरज चौहान को चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। रोते-रोते बेहोश हो गया मृत बच्चे का भाई, लगा ऑक्सीजन

भोरे: वज्रपात से राकेश की मौत के बाद बड़े भाई मुकेश की स्थिति भी बिगड़ गई है। राकेश से कुछ ही साल बड़ा मुकेश रोते-रोते अचानक बेहोश हो गया। उसे रेफरल अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। डॉक्टरों ने जांच कर उसे ऑक्सीजन लगाया। एक बेटे को खो चुकी राकेश की मां गिरजा देवी दूसरे बेटे को बेड पर देखकर बेसुध हो गई। उन्हें भी चिकित्सीय निगरानी में रखा गया है। वहीं दूसरे बच्चे नीरज चौहान की मां रामावती देवी को यह विश्वास ही नहीं हो रहा था कि जिसे कुछ देर पहले ही अपने हाथों से खिलाया था, वह लाल अब इस दुनिया में नहीं रहा। अपने बेटे के शव को देखकर वह बार-बार उसे झकझोर कर उठाने की कोशिश कर रहती रहीं। लेकिन उनका लाल तो एक ऐसी नींद के आगोश में चला गया था, जहां से उठ कर कोई नहीं आ सकता।

विदेश में नौकरी करते हैं दोनों मृत बच्चों के पिता

भोरे: वज्रपात में जिन दो बच्चों की मौत हुई है, उन दोनों के पिता विदेश में नौकरी करते हैं। नीरज चौहान के पिता रामप्रीत चौहान सऊदी अरब में है। वहीं राकेश के पिता सुरेश चौहान दुबई में नौकरी करते हैं। दोनों कोरोना काल के कारण विदेश में ही फंसे रह गए। जिससे दोनों बच्चों से मुलाकात नहीं हो सकी। वहीं इस घटना के बाद बगहवा मिश्र पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि मनोज शाही, विनोद कुमार मिश्र आदि पीड़ित परिवार को सांत्वना दिया। इस संबंध मे सीओ जितेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि मृत बच्चों के परिजनों को आपदा प्रबंधन के तहत अनुग्रह राशि प्रदान की जाएगी।


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