मठिया हाता बवाल मामले में ढाई सौ लोगों पर प्राथमिकी
कुचायकोट थाना क्षेत्र के मठिया हाता गांव में सोमवार को सुरेश कमकर तथा इनके भतीजा रवि कमकर की गोली मार की गई हत्या के बाद हुए बवाल मामले में अंचल पदाधिकारी चौधरी राम ने 17 नामजद सहित ढाई सौ लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है।
गोपालगंज : कुचायकोट थाना क्षेत्र के मठिया हाता गांव में सोमवार को सुरेश कमकर तथा इनके भतीजा रवि कमकर की गोली मार की गई हत्या के बाद हुए बवाल मामले में अंचल पदाधिकारी चौधरी राम ने 17 नामजद सहित ढाई सौ लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है। दर्ज प्राथमिकी में इस पंचायत के सरपंच को भी आरोपित बनाया गया है। प्राथमिकी दर्ज होने के बाद अज्ञात आरोपितों की पहचान करने में पुलिस जुट गई है।
सोमवार को मठिया हाता गांव निवासी सुरेश कमकर अपने भतीजा रवि कमकर के साथ सरकार से मिली जमीन पर मिट्टी भरवा रहे थे। तभी वहां इस गांव का निवासी खलील उल्लाह अंसारी पहुंच गया तथा मिट्टी भरने के काम को रोकने को कहा। जिसकों लेकर दोनों पक्ष में विवाद हो गया। इस विवाद के बाद घर जाकर रायफल लेकर खलील उल्लाह फिर जमीन पर पहुंच गया तथा चाचा भतीजा को गोली मार कर हत्या कर दिया। इस दोहरे हत्याकांड के बाद ग्रामीण उग्र हो गए थे। उग्र ग्रामीणों ने आरोपित के दो मुर्गी फॉर्म, एक दाना प्लांट,एक गोदाम, एक पिकअप तथा तीन बाइक को फूंक दिया। उसके घर पर भी आगजनी की गई। मौके पर पहुंची पुलिस की तीन बाइक को भी उग्र ग्रामीणों ने क्षतिग्रस्त कर दिया था। इस दौरान हुए पथराव में छह पुलिस के जवान घायल हो गए। पथराव के बीच ने आरोपित खलील उसके पिता बशीर अहमद तथा मां को गिरफ्तार कर लिया। मुख्य आरोपित के गिरफ्तारी के बाद अंचला पदाधिकारी चौधरी राम ने दोहरे हत्याकांड के बाद हुए बवाल मामले में 17 नामजद सहित ढाई सौ अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है। जिन्हें नामजद किया गया है उनमें सुरेंद्र चौरसिया, वीरेंद्र भगत, सोनू मिश्रा ,फूल मोहम्मद ,नीरज राम, अक्षयबर पाण्डेय, राजेंद्र मिश्रा (सरपंच रामपुर खरेया), अवधेश मिश्रा, अनिल उपाध्याय, अकरम मियां, रेयाजुद्दीन मिया, सुभाषित मिश्र, आगर मिश्रा, अरमान अंसारी, लहटन अंसारी, संदीप भगत तथा मिथुन ठाकुर शामिल हैं। गांव में पसरा सन्नाटा, गिरफ्तारी के भय से पलायन कर गए ग्रामीण
कुचायकोट : मठिया हाता गांव में चाचा व भतीजा की हत्या तथा बवाल के बाद तीसरे तीन बुधवार को पूरे गांव में सन्नाटा पसर गया है। बवाल मामले में 17 नामजद सहित ढाई सौ अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज किए जाने के बाद गिरफ्तारी की भय से ग्रामीण गांव छोड़कर दूसरी जगह पलायन कर गए। हैं। इस बीच चाचा व भतीजा की हत्या के बाद से परिजनों के आंसू थम नहीं रहे हैं। परिजनों के चित्कार से माहौल गमगीन बना हुआ है। इस गांव में तैनात पुलिस और प्रशासनिक पदाधिकारियों के अलावा कुछ जनप्रतिनिधि पीड़ित परिवार के सदस्यों को संभालने और समझाने में जुटे हुए हैं। उपद्रव करने और पुलिस तथा पदाधिकारियों पर हमला को लेकर दर्ज की गई प्राथमिकी के बाद से गांव में रह रहे युवक सहमे हुए हैं। गांव में रह रहे लोग घर से निकलने से परहेज कर रहे हैं। बुधवार को जगह-जगह पुलिस पदाधिकारी और मजिस्ट्रेट के रूप में तैनात पदाधिकारी ही नजर आए। इस बीच उपद्रव मामले में 17 नामजद तथा ढाई सौ अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज होने के बाद पुलिस ने आरोपितों को गिरफ्तार करने के लिए अपनी छापेमारी तेज कर दिया है। किसान संगठन ने आयोजित किया शोकसभा
कुचायकोट : मठिया हाता गांव में दोहरे हत्याकांड में सुरेश कमकर तथा उनके भतीजा को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए किसान संगठन ने कर्णपुरा मोड़ पर शोक सभा का आयोजन किया। शोक सभा मे वक्ताओं ने कहा कि गोली के शिकार बने रवि कुमार प्रगति एग्रो प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड कुचायकोट के शेयरधारक थे । उन्होंने संस्था के माध्यम से प्रशिक्षण भी लिया था। रवि कमकर बकरी तथा डेयरी फॉर्म खोलना चाहते थे। शोकसभा में किसान उत्पादक संगठन कुचायकोट के अध्यक्ष सुनील ¨सह , अंबिका प्रसाद, जनार्दन ¨सह, बाचशपति पाण्डेय, काशीनाथ पाण्डेय, बगीस ¨सह, बब्लू ¨सह,रामाशंकर गुप्ता, अजय पाण्डेय, रामेश्वर चौधरी, रहमद्दीन मियां, रामविश्वास महतो, फुलेना महतो, सिपाही साह, गुड्डू साह डुलडुल पाण्डेय सहित काफी संख्या में लोग मौजूद रहे। स्कूल भवन में रह रही पुलिस, पढ़ाई बंद
कुचायकोट : मठिया हाता गांव में सोमवार को हुए दोहरे हत्याकांड के बाद गांव में भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है । इस पुलिस बल के रहने की व्यवस्था प्रशासन ने प्राथमिक विद्यालय मठिया हाता के भवन में किया गया। जिसके कारण इस विद्यालय में पठन-पाठन सोमवार से ही बंद है । पठन-पाठन बंद होने से विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चे स्कूल नहीं जा रहे हैं। इस संबंध में पूछे जाने पर प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी हरेंद्र दुबे ने कहा कि स्कूल भवन में पुलिस बल के रहने के कारण पठन-पाठन का कार्य बंद है। शिक्षक विद्यालय जरूर आ रहे हैं, पर पढ़ाई नहीं हो रही है। उन्होंने कहा कि जब तक पुलिस बल के रहने की व्यवस्था अन्यत्र नहीं होती तब तक पठन-पाठन बंद रहेगा। इस बारे में जिले के वरीय पदाधिकारियों को सूचना दे दी गई है।