हादसे में बाइक सवार युवक की मौत के बाद सीएचसी में की तोड़फोड़
संवाद सूत्र कुचायकोट (गोपालगज) जिले के कुचायकोट थाना क्षेत्र के कुचायकोट-मैरवा पथ पर उ
संवाद सूत्र, कुचायकोट (गोपालगज) : जिले के कुचायकोट थाना क्षेत्र के कुचायकोट-मैरवा पथ पर उचकागांव पेट्रोल पंप के पास रविवार की देर शाम सड़क दुर्घटना में एक बाइक सवार की मौत के बाद ग्रामीणों ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, कुचायकोट प्रांगण में जमकर बवाल काटा। इस दौरान उपद्रवियों ने ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक समेत तीन कर्मियों को लाठी-डंडे से पीटकर गंभीर रूप से घायल कर दिया। अस्पताल के अंदर तोड़फोड़ करते हुए एंबुलेंस को भी क्षतिग्रस्त कर दिया। इमरजेंसी से लेकर ओपीडी तक में तोड़फोड़ की गई। चिकित्सा कर्मियों के घरों में भी हमला किया गया। घर में घुसकर चिकित्सा कर्मियों के स्वजन के साथ भी मारपीट की। घटना के आक्रोश में सोमवार को ओपीडी की सेवा शुरू नहीं हो सकी। समाचार लिखे जाने तक अस्पताल में ओपीडी सेवा बंद थी। वहीं, अस्पताल प्रशासन ने कोई आवेदन कुचायकोट थाने को नहीं दिया था। थानाध्यक्ष का कहना है कि अस्पताल परिसर में हुई मारपीट के दौरान घायल हुए तीन लोगों का इलाज कराया गया है। आवेदन मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
उचकागांव पेट्रोल पंप के पास हुआ था हादसा
जानकारी के अनुसार, कुचायकोट थाना क्षेत्र कि कुचायकोट मैरवा-पथ पर रविवार की देर शाम कुचायकोट बाजार से वापस नारायणपुर गांव जा रहे बाइक सवार दो लोगों को उचकागांव पेट्रोल पंप के पास अज्ञात वाहन ने कुचल दिया था। आसपास के लोग दोनों घायलों को लेकर इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कुचायकोट पहुंचे। चिकित्सकों ने बाइक सवार नारायणपुर गांव निवासी उमेश प्रसाद को मृत घोषित कर दिया। घटना में घायल दूसरे बाइक सवार रंजन कुमार साह की स्थिति गंभीर देख चिकित्सकों ने सदर अस्पताल, गोपालगंज रेफर कर दिया।
ग्रामीणों ने इलाज में लापरवाही का लगाया आरोप
सड़क हादसे के बाद मौके पर जुटे ग्रामीणों की भारी भीड़ ने अस्पताल प्रबंधन पर कुव्यवस्था और इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा और विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। इस दौरान उपद्रवियों ने अस्पताल परिसर में तोड़फोड़ शुरू कर दी। इमरजेंसी से लेकर ओपीडी तक तमाम उपकरण और फर्नीचर आदि तोड़ दिए गए। मौके पर मौजूद चिकित्सा पदाधिकारी पंकज कुमार गुप्ता और स्वास्थ्य कर्मी बनारसी प्रसाद यादव को लाठी-डंडों से पीटकर गंभीर रूप से घायल कर दिया गया। वहीं, उपद्रवियों के एक दल ने चिकित्सा कर्मियों के घरों पर भी हमला बोला। इसमें राहुल कुमार को भी पीटकर घायल कर दिया गया। इस दौरान मौके पर खड़ी एंबुलेंस में भी उपद्रवियों ने तोड़फोड़ की।
चिकित्साकर्मियों ने बंद रखी ओपीडी सेवा
अस्पताल में हंगामा और तोड़फोड़ की जानकारी लगने पर मौके पर पहुंचे कुचायकोट थाना अध्यक्ष अश्विनी कुमार तिवारी ने लोगों को समझा-बुझाकर शांत कराया। साथ ही लोगों को बलपूर्वक मौके से खदेड़ा। इस पूरे घटना के दौरान अस्पताल परिसर में तैनात निजी सुरक्षाकर्मियों की भारी फौज घरों में दुबकी रही। किसी ने स्थिति को संभालने की कोशिश नहीं की। सोमवार को आक्रोशित चिकित्सा कर्मियों ने ओपीडी सेवा बंद रखी। अस्पताल परिसर में हुई तोड़फोड़ और मारपीट को लेकर अब तक अस्पताल प्रशासन ने कोई आवेदन थाने को नहीं दिया गया है। थानाध्यक्ष का कहना है कि घायल तीनों स्वास्थ्यकर्मियो का इलाज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, कुचायकोट में कराया गया है। अस्पताल प्रबंधन या पीड़ित व्यक्ति द्वारा आवेदन प्राप्त होने के बाद पुलिस मामले में आगे की कार्रवाई करेगी।