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बिहार: गोपालगंज में विकराल हुई बाढ, सेना ने संभाली कमान

बिहार में बाढ़ की स्थिति लगातार खराब होती जा रही है। गोपालगंज में गंडक रौद्र रूप दिखा रही है। वहां अब सेना ने कमान संभाल ली है।

By Amit AlokEdited By: Published: Fri, 18 Aug 2017 07:35 PM (IST)Updated: Fri, 18 Aug 2017 10:08 PM (IST)
बिहार: गोपालगंज में विकराल हुई बाढ, सेना ने संभाली कमान
बिहार: गोपालगंज में विकराल हुई बाढ, सेना ने संभाली कमान

गोपालगंज/ छपरा [जागरण टीम]। गोपालगंज में बाढ़ की स्थिति विकराल हो गई है। डीएम राहुल कुमार ने सेना बुला ली है। सेना की एक टुकड़ी शनिवार को सुबह राहत का मोर्चा संभाल लेगी। बाढ़ से छपरा में भी छह प्रखंडों की 73 हजार की आबादी प्रभावित हो गई है।

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गोपालगंज में सिधवलिया प्रखंड के सदौवा तथा उसके बाद बैकुंठपुर प्रखंड के बंगरा में सारण मुख्य तटबंध टूटने से हालात भयावह बने हुए हैं। शुक्रवार को दो दर्जन और गांव बाढ़ की चपेट में आ गए। सिधवलिया प्रखंड मुख्यालय में पानी फैल जाने से थाना परिसर सहित कई सरकारी कार्यालय परिसर जलमग्न हैं।
बाढ़ के पानी में डूबने से शुक्रवार को पांच लोगों की मौत हो गई। पिछले दो दिन में बाढ़ में डूबकर मरने वालों की संख्या आठ तक पहुंच गई है।

सिधवलिया प्रखंड के निचले इलाके को आगोश में लेते हुए पानी आगे बढ़ रहा है। शनिवार तक जिले के कई और गांवों के बाढ़ की चपेट में आने की आशंका है। सारण मुख्य तटबंध टूटने के बाद अब तक 195 गांव की चार लाख से अधिक आबादी बाढ़ की चपेट में है। हालांकि, पूर्वी इलाके में गंडक नदी का पानी फैलने से पश्चिमी इलाकों में पानी का दबाव कम हो गया है। कुचायकोट तथा सदर प्रखंड के दर्जनों गांवों में पानी दो फिट घट गया। बंगरा तटबंध टूटने के बाद सारण जिले के पानापुर, मशरख, तरैया तथा अमनौर की तरफ पानी के बहाव से बैकुंठपुर के 40 गांवों में भी पानी घटने से बाढ़ में फंसे ग्रामीणों को कुछ राहत मिली। प्रशासन ने बचाव कार्य तेज कर दिया है। 21 स्थानों पर राहत कैंप खोला गया है। स्वास्थ्य विभाग ने 20 मेडिकल कैंप लगाए हैं। एनएडीआरएफ की टीम भी बचाव कार्य में जुटी हुई है।



सारण मुख्य तटबंध टूटने के बाद गंडक नदी का कहर शुक्रवार को भी जारी रहा। बाढ़ का पानी सिधवलिया प्रखंड के सरेयां पहाड़, झझवा, माधोपुर, बिशुनपुरा कोठी, बुचेया, मंगोलपुर, ब्रह्मपुरवा, शेर, चांदपरना, हिम्मतपुर, लोहोजरा, सुरहिया, शाह्पुर, इनामी टोला, बखरौर, सकला, गंगवा,जलालपुर आदि गांवों को जलमग्न करते हुए सिधवलिया प्रखंड मुख्यालय में फैल गया। बीआरसी भवन व थाना परिसर जलमग्न है। सैकड़ों परिवार रेलवे प्लेटफार्म तथा ऊंचे स्थानों पर शरण लिए हुए हैं।


उधर, छपरा में गंडक नदी में आई बाढ़ से जिले के छह प्रखंडों के 18 पंचायतें  घिर गई हैं। 73 हजार की आबादी प्रभावित हो गई है। जिलाधिकारी हरिहर प्रसाद ने शुक्रवार को नगर निगम कार्यालय स्थित सभागार में बन रहे फूड पैकेटों का निरीक्षण किया।


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