भोरे में पांच माह 3.52 लाख मिली लीटर शराब जब्त
गोपालगंज। शराब की बरामदगी के आंकड़े तो बता रहे हैं कि शराब का धंधा करने वालों पर
गोपालगंज। शराब की बरामदगी के आंकड़े तो बता रहे हैं कि शराब का धंधा करने वालों पर पुलिस ने अपना नकेल कस दिया है। शराब के शौकीनों के जेल जाने का आंकड़ा भी थाना क्षेत्र में अच्छी खासी पहुंच गई है। लेकिन इसके बाद भी प्रसिद्ध गजल गायक पंकज उदास के गजल की पंक्ति शराब ऐसी है न छोड़ी जाए.., इस इलाके में अभी भी चरितार्थ हो रही है। शराब बंदी को लेकर लागू कठोर कानून तथा इस कानून के तहत प्रतिदिन दिन हो रही गिरफ्तारियां के बाद भी शराब पीने वाले मदहोशी के मुक्त होने का नाम नहीं ले रहें। नशे के तलबगारों ने कानून की नजरों से बच बचाकर शराब के सेवन का सिलसिला जारी रखा है। इसी के साथ ही नशे के शौकिनों तक शराब पहुंचाने के लिए धंधेबाज नए नए तरीके अपना को पुलिस को चकमा देने में भी लगे हुए हैं। हालांकि पुलिस शराब के धंधेबाजों पर नकेल कसने के लिए लगातार छापामारी अभियान चला रही है। आंकड़ों पर गौर करें तो एक अप्रैल 2016 से लागू होने के बाद पांच महीने में भोरे थाना के अंतर्गत पुलिस ने 55 हजार 5 सौ मिली लीटर देशी तथा 2 लाख 87 हजार छह सौ सत्तर मिली लीटर विदेशी शराब को जब्त किया है। शराब का सेवन करने तथा शराब के कारोबार में शामिल 49 लोगों को गिरफ्तार कर पुलिस उत्पाद अधिनियम के तहत जेल भेज चुकी है। इस दौरान करीब दर्जन भर दोपहिया व चार पहिया वाहनों को भी पुलिस ने जब्त किया। लेकिन पुलिस की लगातार कार्रवाई के बाद भी शराब के शौकीन अपनी लत पूरी करने के लिए कोई न कोई माध्यम निकाल ले रहे हैं। पुलिस की सक्रियता के बीच तलबगार सीमावर्ती उत्तर प्रदेश में पहुंच कर अपनी महफिल जमा रहे हैं। हालांकि सीमावर्ती उत्तर प्रदेश में जाकर शराब पीने वालों पर भी पुलिस की गाज गिर रही है। आंकड़े बताते हैं पिछले एक सप्ताह के अंदर सीमावर्ती उत्तर प्रदेश से शराब पीकर आने वाले दर्जन भर से अधिक लोगों को पुलिस शराब पीने के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है।