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World Heart Day: पांच बच्चों को मिली नई जिंदगी, दिल में छेद अब समस्या नहीं, सरकार आने जाने तक का किराया करती है वहन

हृदय में छेद होना एक गंभीर समस्या है। उक्त बीमारी से पीड़ित बच्चे का बाल हृदय योजना के तहत सरकार द्वारा पूरी तरह निशुल्क इलाज कराया जाता है। यही नहीं पीड़ित बच्चे और उसके अभिभावक के इलाज के लिए आने-जाने का खर्च भी सरकार ही वहन करती है।

By JagranEdited By: Prashant Kumar pandeyPublished: Thu, 29 Sep 2022 11:06 AM (IST)Updated: Thu, 29 Sep 2022 11:06 AM (IST)
World Heart Day: पांच बच्चों को मिली नई जिंदगी, दिल में छेद अब  समस्या नहीं, सरकार आने जाने तक का किराया करती है वहन
औतंगाबाद में पांच बच्चों को मिली नई जिंदगी

जागरण संवाददाता, औरंगाबाद : बेहतर और समुचित स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने को लेकर जहां सरकार पूरी गंभीरता से हैं वहीं, स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से सजग और कटिबद्ध है। इसे सार्थक करने के लिए राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके) टीम के पहल पर बच्चों को पूरी तरह निशुल्क इलाज कराया जा रहा है। इसी का सार्थक परिणाम है कि समुचित इलाज और स्वस्थ होने की पूरी उम्मीद छोड़ चुके पीड़ित बच्चे पूरी तरह स्वस्थ हो रहे हैं और बच्चों को नई जिंदगी मिल रही है। जिले के पांच बच्चों को जीवनदान मिल चुका है। वर्ष 2021 में एक एवं 2022 में चार बच्चों को अहमदाबाद में आपरेशन कराया जा चुका है जो बिल्कुल स्वस्थ हैं। 

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जन्मजात रोगों में हृदय में छेद होना एक गंभीर समस्या 

आरबीएसके के जिला समन्वयक डा. मो. गुलाम हैदर ने बताया कि पांच बच्चों का आपरेशन हुआ है। नए चयनित पांच बच्चों को आपरेशन के लिए अहमदाबाद भेजने की तैयारी चल रही है। इन सभी को इंदिरा गांधी हृदय रोग संस्थान में जांच करा दिया गया है। इन सभी के हृदय में छेद है जिसका आपरेशन अहमदाबाद में कराया जाएगा। सभी तरह की सुविधाएं निशुल्क उपलब्ध डा. मो. गुलाम हैदर ने बताया कि बाल हृदय योजना के तहत बच्चों में होने वाले जन्मजात रोगों में हृदय में छेद होना एक गंभीर समस्या है। उक्त बीमारी से पीड़ित बच्चे का बाल हृदय योजना के तहत सरकार द्वारा पूरी तरह निशुल्क इलाज कराया जाता है। यही नहीं, पीड़ित बच्चे और उसके अभिभावक के इलाज के लिए आने-जाने का खर्च भी सरकार ही वहन करती है। 

18 टीम कर रही स्क्रीनिंग

औरंगाबाद के सिविल सर्जन डा. कुमार वीरेंद्र प्रसाद ने बताया कि बाल हृदय योजना के तहत राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की 18 टीम जिले के विभिन्न स्कूलों तथा आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चों की स्क्रीनिंग कर दिल में छेद से ग्रसित बच्चों को चिह्नित करती है। इसके बाद एंबुलेंस से बच्चों को इंदिरा गांधी हृदय रोग संस्थान पटना में भेजकर स्क्रीनिंग करायी जाती है। स्कीनिंग में चिह्नित बच्चों के दिल का आपरेशन अहमदाबाद के सत्य साईं हास्पिटल में निशुल्क कराया जाता है। 

अब चिंता करने की जरूरत नहीं 

बच्चे के साथ एक स्वजन भी हवाई यात्रा कर अहमदाबाद जाते हैं। दिल की बीमारी से ग्रसित बच्चों के माता पिता को अब चिंता करने की जरूरत नहीं है। उनके बच्चे के दिल की बीमारियों का इलाज अब राज्य सरकार के द्वारा नि:शुल्क कराया जा रहा है। जिसके लिए राज्य सरकार बाल हृदय योजना का संचालन कर रही है। अधिक से अधिक बच्चों को चिन्हित करने का प्रयास किया जा रहा है ताकि उसे इसका लाभ मिल सके।


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