यौन शोषण::::::बिहार में महिलाएं सुरक्षित नहीं : ऐपवा
जागरण संवाददाता, गया : सामूहिक दुष्कर्म की पीड़िता को पचास लाख रुपये मुआवजा, पुनर्वास व सुरक्षा की मा
जागरण संवाददाता, गया : सामूहिक दुष्कर्म की पीड़िता को पचास लाख रुपये मुआवजा, पुनर्वास व सुरक्षा की मांग करते हुए विभिन्न राजनीतिक व सामाजिक संगठनों ने घटना की निंदा की।
शनिवार को अखिल भारतीय प्रगतिशील महिला एसोसिएशन की राज्याध्यक्ष सरोज चौबे, ऐपवा बिहार राज्य कमेटी की सदस्य कुंती देवी, जिला सचिव रीता बरनवाल, भाकपा-माले के उपेंद्र यादव, सीधी यादव ने पीड़िता से मुलाकात की।
सरोज चौबे ने पत्रकारों से कहा कि नीतीश सरकार में हत्या और दुष्कर्म की घटनाओं में वृद्धि हुई है। बिहार में महिलाएं कितनी सुरक्षित हैं, यह बात मुजफ्फपुर के रिमांड होम से लेकर अब तक की घटना से समझा जा सकता है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के कुछ मंत्री व जनप्रतिनिधि आरोपितों को बचाने में लगे हैं। बिहार में महिलाओं पर बढ़ती ¨हसा व दुष्कर्म के सवाल पर 22 जून को मुख्यमंत्री के समक्ष प्रदर्शन करने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने सोनडीहा की घटना पर पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़ा किया कि दर्जन भर अपराधियों में से पुलिस सिर्फ दो लोग को खोज पाई है। इसके लिए एसएसपी दोषी हैं। घटना के विरोध में शहर के अंबेडकर पार्क से प्रतिरोध मार्च निकाला गया। नेताओं ने पीड़ित परिवार को 50 लाख मुआवजा, पुर्नवास व सुरक्षा देने व पदाधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की।
भारत की कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव अवधेश कुमार, केंद्रीय कमेटी सदस्य अरूण कुमार मिश्र, रामपरी, एआईएसएफ के निशांत भी पीड़ित परिवार से मिले। उन्होंने कहा कि आरोपितों को एक सांसद का राजनीतिक संरक्षण प्राप्त है। इस कारण से पुलिस दोषियो पर कार्रवाई नहीं कर रही है। उन्होंने आरोपितों को फांसी देने की मांग की।