डॉक्टर की करतूत: ऑपरेशन के दौरान प्रसूता की मौत, पति को बेहोश कर पहुंचा दिया गांव
गया में एक प्राइवेट अस्पताल ने हद कर दी। इलाज में प्रसूता की मौत होने पर डॉक्टर ने उसके पति को भी बेहोश कर दिया। फिर उसके गांव में भेजवा दिया। इसे लेकर लोगों ने हंगामा किया
गया । राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे डोभी पोखरा पर स्थित एक निजी अस्पताल में ऑपरेशन के दौरान एक प्रसूता की मौत पर ग्रामीणों ने हंगामा किया। हद तो यह हो गई कि प्रसूता की मौत के बाद उसके शव को दूसरी जगह ले जाया गया और पति को बेहोश कर गांव पहुंचा दिया गया। पुलिस इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कर फरार चिकित्सक की खोज कर रही है। पुलिस ने शव को अपने कब्जे में ले लिया। नवजात स्वस्थ है।
रौशनगंज थाना क्षेत्र के बालासोत गांव के तरवाडीह टोला निवासी कमलेश यादव ने बताया कि वे अपनी पत्नी मुन्नी देवी को प्रसव पीड़ा होने पर निजी अस्पताल लेकर आए थे। यहां चिकित्सक ने गंभीर स्थिति बताते हुए 20 हजार रुपये की मांग की। उन्होंने यह राशि भी दे दी। इसके बाद देर शाम उसे ऑपरेशन थिएटर में ले गए। वहां ऑपरेशन के नाम पर तीन घंटे तक रखा। बच्ची के जन्म के बाद मुन्नी की मौत हो गई।
कमलेश ने बताया कि पूछे जाने पर डॉक्टर ने स्थिति गंभीर बताते हुए गया ले जाने की बात कही। चिकित्सक श्रवण कुमार और उनका एक स्टाफ उन्हें निजी वाहन से गया लेकर जाने लगा। रास्ते में टेकुना फॉर्म के पास एंबुलेंस मंगा कर उसमें पत्नी को ले गया। इससे पहले कमलेश को बेहोश कर दिया। अस्पताल के स्टाफ ने डॉक्टर की ही गाड़ी से उन्हें गांव पहुंचा दिया। वहां उतरने के दौरान होश आने पर उन्होंने शोर मचाया तो ग्रामीण जुटे और गाड़ी को घेर लिया। इसी बीच वह स्टाफ फरार हो गया।
मृतक के बहनोई कपिल यादव ने बताया कि मृतक के बहनोई कपिल यादव ने मुन्नी के शव को लेकर वे लोग एंबुलेंस से शेरघाटी रेफरल अस्पताल ले आए थे, जहां डॉक्टर के आने का इंतजार किया जा रहा था। इसी बीच जानकारी मिलने पर वे भी पहुंच गए और एंबुलेंस को लेकर पोखरा पर स्थित अस्पताल ले आए। डोभी पुलिस को भी इसकी सूचना दे दी थी। डोभी थानाध्यक्ष राहुल रंजन ने बताया कि शव को कब्जे ले लिया गया है। घटना के बाद से चिकित्सक और सभी स्टाफ फरार हैं।
मृतका के पति के बयान पर चिकित्सक श्रवण कुमार पर प्राथमिकी दर्ज की जा रही है। शव को पोस्टमार्टम के लिए मगध मेडिकल कॉलेज भेज दिया गया है। चिकित्सक की गिरफ्तारी के लिए संभावित ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है। अस्पताल में छापेमारी के दौरान कई मरीज भर्ती मिले। डोभी में कई अवैध नर्सिंग होम संचालित हैं, जहा प्रतिदिन दर्जनों ऑपरेशन किए जाते हैं।