जलदान::::::अशोकविहार कॉलोनी स्थित तालाब पर भू-माफिया की गिद्ध दृष्टि
जागरण संवाददाता, गया : वार्ड संख्या 46 के अशोकविहार कॉलोनी स्थित तालाब पर भू-माफिया ने गिद्ध दृष्टि
जागरण संवाददाता, गया : वार्ड संख्या 46 के अशोकविहार कॉलोनी स्थित तालाब पर भू-माफिया ने गिद्ध दृष्टि जमा रखी है। ढाई एकड़ में फैला तालाब अतिक्रमण के कारण सिकुड़ता जा रहा है। मोहल्ले के लोगों के काफी प्रयास के बाद अतिक्रमण तो रूका, पर भू-माफिया द्वारा तालाब को बेचने के लिए गलत कागजात बना लिया गया है। तालाब सूख गया तो कुछ लोगों ने यहां मकान भी बना लिया है। एक दशक से गर्मी में तालाब पूरी तरह से सूख जा रहा है, जिसके कारण मोहल्ले में जलसंकट की समस्या बना रहती है। मोहल्ले के लोगों का कहना है कि जब से तालाब गर्मी में सूख रहा है, पानी की किल्लत बढ़ गई है। एक दशक पहले तालाब में पानी रहने पर 30 से 35 फीट बो¨रग करने पर पानी मिल जाता था। आज पानी को लेकर डेढ़ सौ फीट बो¨रग कररी पड़ रही है। अगर तालाब का सुंदरीकरण कर दिया जाए तो भू-माफिया से बचाया जा सकता है। पितृपक्ष में तीर्थयात्री पितरों को मोक्ष दिलाने के लिए गया आते हैं। काफी संख्या में तीर्थयात्री तालाब के पास वाहन खड़ा कर ब्रह्मयोनि पहाड़ स्थित मंदिर में पूजा-अर्चना के लिए जाते हैं। सुंदरीकरण होने पर तीर्थयात्री तालाब के पास बैठकर आनंद उठा सकते हैं।
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फोटो-10 जेपीजी
तालाब की सफाई कराने की जरूरत है। सफाई के साथ-साथ चारों ओर पेड़ लगा दिया जाएं, तभी अतिक्रमण होने से बच सकता है।
कुमार गौरव
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फोटो-14 जेपीजी
तालाब पर भू-माफिया ने गिद्धदृष्टि गड़ा रखी है। तालाब मुख्य मार्ग के किनारे है। भू-माफिया द्वारा कुछ भाग को भर दिया गया है। अगर जिला प्रशासन ने रोक नहीं लगाई तो एक दिन तालाब समाप्त हो जाएगा।
श्याम सुंदर प्रसाद
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फोटो-13 जेपीजी
तालाब पर कब्जा करने के लिए भू-माफिया ने गलत कागजात बना रखे हैं। प्रशासन ने अगर ध्यान नहीं दिया तो पूरा तालाब भू-माफिया के कब्जे में आ जाएगा।
संजय कुमार
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फोटो -12 जेपीजी
तालाब के सुंदरीकारण की जरूरत है। तालाब में पानी रहेगा तो जलसंकट समाप्त हो जाएगा। इधर, एक दशक से तालाब सूख जाने के कारण जलसंकट बढ़ता जा रहा है।
नरेश चौधरी
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फोटो-11 जेपीजी
भू-माफिया को गलत तरीके से कागजात बनाकर दिए गए हैं। तालाब की जमीन पूरी तरह सरकार की है। गलत कागजात बनाए जाने के संबंध में जिलाधिकारी को सूचित किया गया है। तालाब के सुंदरीकरण को लेकर जिला प्रशासन एवं नगर निगम में आवेदन दिया गया है। तालाब के सुंदरीकरण और इसे भू-माफिया से बचाने के लिए संघर्ष जारी रहेगा।
प्रीति सिंह, वार्ड पार्षद
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फोटो-15 जेपीजी तालाबों में मकान व दुकान नगर विकास परिषद के अध्यक्ष लालजी प्रसाद ने कहा कि शहर में चौक-चौराहे पर तालाब एवं कुएं का निर्माण पूर्वजों द्वारा किया गया था। करीब चार दशक से शहर को बर्बाद किया जा रहा है। शहीद पार्क में आयुक्त कार्यालय बना दिया गया। कठोतर तालाब को भरकर दुकानें बना दी गई। दिग्घी, बिसार, नूतननगर, गंगटी पोखर कोयली पोखर आदि पर मकान एवं दुकानें बन गईं। अब पानी के लिए हाहाकार मचा है। आने वाले दिनों में शहर के लोगों को भयंकर जलसंकट से जूझना पड़ेगा। आज शहर की करीब दस लाख की आबादी को फल्गु नदी से पानी मिल है। नदी में नाले गिराकर उसे प्रदूषित किया जा रहा है, जिसके कारण नदारागंज, मल्लाह टोली, पितामहेश्वर, रमना, किरानी घाट में बो¨रग से प्रदूषित पानी निकल रहा है। अगर समय रहते जिला प्रशासन और नगर निगम नहीं चेता तो पानी की समस्या आने वाले दिनों में और बढ़ेगी।