टक्कर लगी तो बाइक सवार युवक को पीटकर मार डाला, हंगामे के बाद फायरिग
फोटो 33 और 36 -तनाव को देखते हुए जगन्नाथपुर और अरगा गांव में काफी संख्या में पुलिस बल तैनात ---------- -गया-जगन्नाथपुर सड़क पर हादसे में बाइक सवार राहुल के साथ अरगा गांव के दो लोग हुए थे जख्मी -अरगा गांव के लोगों ने घायल राहुल को लोहे की रॉड से पीटा इलाज के लिए गया ले जाते समय राहुल की हुई मौत -गुस्साए ग्रामीणों ने सोमवार देर शाम से मंगलवार दोपहर तक किया अरगा गांव के पास हंगामा तोड़फोड़ रोड़ेबाजी -------------- संवाद सूत्र टनकुप्पा
गया । सड़क हादसे में घायल युवक की पीट-पीटकर हत्या कर दी। इससे गुस्साए ग्रामीणों ने शव को अरगा गांव में गया-जगन्नाथपुर सड़क पर रखकर सोमवार देर शाम से लेकर मंगलवार दोपहर तक हंगामा किया। पुलिस शव को कब्जे में लेने पहुंची तो ग्रामीण और उग्र हो गए। पुलिस पर रोड़ेबाजी की। बाद में पुलिस को कई राउंड हवाई फायरिग करनी पड़ी। मंगलवार सुबह पुलिस प्रशासन और जनप्रतिनिधियों ने लोगों को समझा बुझाकर शांत किया। उसके बाद शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए गया मगध मेडिकल कॉलेज भेजा जा सका। जगन्नाथपुर और अरगा गांव में तनाव को देखते हुए काफी संख्या में पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है।
जगन्नाथपुर निवासी मृतक युवक राहुल के पिता हरि चौधरी ने बताया कि उनका बेटा सोमवार शाम को गया से जगन्नाथपुर अपने गांव लौट रहा था। रास्ते अरगा गांव के पास उसके बाइक से सड़क पर चल रहे दो लोगों की टक्कर हो गई। इस दुर्घटना में राहुल के साथ अरगा गांव के दो लोग घायल हो गए। दुर्घटना के तुरंत बाद अरगा गांव के लोग पहुंचे और घायल पड़े राहुल को अस्पताल पहुंचाने के बजाय पीटने लगे। लोहे की रॉड से अधमरा होने तक वार करते रहे। इससे उसकी हालत काफी बिगड़ गई। इस बीच एक ग्रामीण ने हमें बेटे की मरनासन्न अवस्था में सड़क किनारे पड़े होने की सूचना दी। हमलोग पहुंचे और राहुल को लेकर गया इलाज के लिए निकल पड़े, लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई।
राहुल की मौत की खबर आग की तरह फैल गई। इससे जगन्नाथपुर के ग्रामीण आक्रोशित हो गए। शव घटनास्थल अरगा गांव में सड़क पर रखकर ग्रामीणों ने सोमवार देर शाम ही प्रदर्शन शुरू कर दिया। हत्यारोपित के गांव में कई घरों में तोड़फोड़ की। स्थिति अनियंत्रित होने की जानकारी मिलते ही टनकुप्पा, मोहनपुर, बोधगया सहित जिला मुख्यालय से पुलिस और एसएसबी के जवान बुलाए गए। एडीएम, एसडीओ, नक्सल अभियान एसपी, सीटी एसपी, टनकुप्पा बीडीओ, स्थानीय जनप्रतिनिधि पहुंचकर पूरी रात स्थिति को नियंत्रित करने में लगे रहे।
मंगलवार को 11 बजे के बाद जिला मुख्यालय से प्रशासनिक अधिकारी, पूर्व विधायक श्यामदेव पासवान पहुंचे। लोगों को समझा-बुझाकर शांत किया और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। ग्रामीणों से घिरे आरोपित को पुलिस ने सुरक्षित निकाला और वज्र वाहन से गया भेजा गया।
इस बीच, सभी आरोपितों की जल्द गिरफ्तारी की मांग करते हुए ग्रामीण फिर उग्र हो गए। पुलिस के जवानों ने लोगों को शांत करने के लिए कई राउंड हवाई फायरिग की। जवाब में गुस्साई भीड़ ने भी पुलिस पर रोड़ेबाजी किया। हालांकि, इसमें किसी को नुकसान नहीं पहुंचा। स्थिति अनियंत्रित होने की जानकारी पाकर एसएसपी राजीव मिश्रा भी अरगा पहुंचे। अरगा, जगन्नाथपुर सहित कई गांवों में फ्लैग मार्च किया। पीड़ित पिता हरि चौधरी के फर्द बयान पर पाच नामजद और 20 अज्ञात लोगों पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया। तनाव को देखते हुए अरगा और जगन्नाथपुर में सदर एसडीओ द्वारा मजिस्ट्रेट बहाल कर पुलिस बल की तैनाती की गई।
बीडीओ छोटेलाल पासवन ने पारिवारिक लाभ योजना से मृतक के पिता को 20 हजार रुपये का चेक दिया। मुखिया धर्मेन्द्र प्रसाद द्वारा कबीर अंत्येष्टि के लिए तीन हजार रुपये दिए।
----------
ग्रामीणों को प्रशासन से बात कर जांच में सहयोग करना चाहिए। मामले की पुलिस विभिन्न पहलुओं से छानबीन कर रही है। चिन्हित कर दोषियों की जल्द गिरफ्तारी की जाएगी। स्थिति नियंत्रण में है।
राजीव मिश्रा, एसएसपी