जब थाने में गूंजने लगा, मंगलम भगवान विष्णु.... नवादा में पुलिस की मौजूदगी में हो रहा था यह काम
नवादा के रजौली थाना परिसर में गुरुवार को पंडित जी ने मंगलम भगवान विष्णु मंगल गरुड़ध्वज.. पढ़ना शुरू किया तो लोग चौंक गए। थाना परिसर के बाहर भी भीड़ लग गई। लोग जानने को उत्सुक हो गए कि आखिर पुलिस की मौजूदगी में यह क्या हो रहा है।
रजौली (नवादा), संवाद सूत्र। नवादा जिले के रजौली थाना परिसर में गुरुवार की सुबह एक अनोखी शादी हुई।इसमें न बैंडबाजे थे, न मंडप न बराती। लेकिन दूल्हा और दुल्हन तैयार थे। शादी से कुछ घंटे पहले तक उनके परिवार वाले रिश्तेदारी में बंधना तो दूर उसके बारे में सोच भी नहीं रखे थे। एक दूसरे से इतना गुस्से में थे कि मारपीट की नौबत थी। लेकिन थाने पहुंचे, कोर्ट के कागजात दिखाए तो पुलिस वाले उनकी शादी के लिए तैयार हो गए। थाना परिसर स्थित शिव मंदिर में पुजारी लक्ष्मण पंडित की मौजूदगी में प्रेमी ने अपनी प्रेमिका की मांग में सिंदूर भरा।
सात वर्षों से चल रहा था प्रेम संबंध
रजौली के उपरटंडा निवासी विश्वास कुमार का प्रेम संबंध घर के पास की लड़की से चल रहा था। यह प्रेम संबंध सात वर्षों से चल रहा था। दिनोंदिन उनका प्यार बढ़ता जा रहा है। लेकिन बीच में जाति का बंधन था। बावजूद दोनों फोन पर बातें करते और मिलते-जुलते थे। छिप-छिपकर बातें करते और मिलते रहने के बाद दोनों ने शादी का निर्णय लिया। दो साल पहले से ही भागकर शादी की तैयारी में थे। इसका पता चलने पर परिवार के लोग आगबबूला हो गए। वे रिश्ते के खिलाफ थे। लेकिन प्यार में डूबे विश्वास और निशा (काल्पनिक नाम) को परिवार का विरोध भी नहीं रोक सका। दोनों ने कहा कि शादी करेंगे तो इससे ही। इसके बाद दोनों कोर्ट पहुंंचे। वहां 12 सितंबर को शादी के लिए आवेदन दिया। उसके 40 दिन बाद अनुमंडल कोर्ट रजौली में स्वीकृति मिली। दोनों ने शादी कर ली। इसके बाद दोनों थाने पहुंचे। पुलिस अधिकारी को कोर्ट मैरेज का सर्टिफिकेट दिखाया। थाना परिसर स्थित शिव मंदिर में दोनों की शादी हो गई।
थाने में लड़की की मां कर रही थी शादी रोकने का प्रयास
थानाध्यक्ष सह इंस्पेक्टर दरबारी चौधरी ने कहा कि दोनों बालिग थे और कोर्ट से शादी कर चुके थे। नियमत: दोनों पहले से पति-पत्नी थे। लेकिन स्वजनों में विवाद था। समझौता कराने की कोशिश की गई, लेकिन वे लोग नहीं माने। तब उन्हें वापस जाने की सलाह दी गई। इस बीच प्रेमी जोड़े ने मंदिर परिसर प्रवेश कर लड़की की मांग में सिंदूर भर कर शादी कर ली। शादी के बाद युवक बाइक से अपनी ब्याहता निशा को घर लेकर चला गया। इस दौरान युवक के कुछ दोस्त व पुलिसकर्मी मौजूद थे। लड़की की मां इस दौरान थाना पहुंची थी, लेकिन उनका उद्देश्य शादी को रोकना था, जो संभव नहीं हो सका।
इसके बाद रजौली थाना में गुरुवार को दोनों पहुंचे और पुलिस को दस्तावेज प्रस्तुत कर प्रेम प्रसंग को शादी का नाम दिया। दूसरे जाति की निशा से विश्वास कुमार का सात साल से प्रेम प्रसंग चल रहा था।