जो था खराब वो सबसे अच्छा निकल गया, प्रसिद्ध कवि एवं शायरों ने श्रोताओं को रोहतास में खूब गुदगुदाया
शाहाबाद प्रक्षेत्र के सुप्रसिद्ध लोकगायक एवं कवि पंडित रामबचन तिवारी की स्मृति में सोमवार की रात अखिल भारतीय हास्य कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया जिसमें बिहार उतरप्रदेश समेत अन्य राज्यों से आए कवियों ने अपनी हास्य व्यंग्य परक रचनाओं से श्रोताओं को खुब गुदगुदाया।
संवाद सूत्र, करगहर, रोहतास। शाहाबाद प्रक्षेत्र के सुप्रसिद्ध लोकगायक एवं कवि पंडित रामबचन तिवारी की स्मृति में सोमवार की रात अखिल भारतीय हास्य कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया, जिसमें बिहार, उतरप्रदेश समेत अन्य राज्यों से आए कवियों ने अपनी हास्य व्यंग्य परक रचनाओं से श्रोताओं को खुब गुदगुदाया। कवि सम्मेलन का उद्घाटन बीडीओ धर्मेंद्र कुमार, सीओ सूरजेश्वर श्रीवास्तव एवं थानाध्यक्ष नरोत्तम चंद्र ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया। अध्यक्षता एसपी जैन कालेज के प्राचार्य सह भ़ोजपुरी साहित्य सम्मेलन के राष्ट्रीय महासचिव प्रो.डा. प्रोफेसर गुरुचरण सिंह एवं संचालन चर्चित उद्घोषक रविरंजन कुमार ने किया।
अखिलेश चंद्र द्विवेदी ने अपनी रचना- जो था खराब वो सबसे अच्छा निकल गया, झूठों के घर में देखिए सच्चा निकल गया से कवि सम्मेलन का आगाज किया गया। प्रसिद्ध कवि व शायर शंकर कैमूरी की तेरी रहमतों का दरिया सरेआम जल रहा है, मुझे भीख मिल रही है मेरा काम चल रहा है। सामाजिक चेतना को झकझोरने वाली इस रचना ने खूब वाहवाही बटोरी। प्रो. गुरुचरण सिंह ने अपनी देशभक्ति परक रचना- गीता किसकी है कुरान किसका है झोपड़ी किसकी है आलीशां मकान किसका है, इस छोटे शहर को अपना समझने वालों बताओ यह पूरा हिंदुस्तान किसका है....से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। पंकज प्रखर व साक्षी तिवारी को भी श्रोताओं ने खुब सराहा।
इनके अलावा कवि नागेश शांडिल्य, सरोज कुमार पंकज, शैलेश कुमार शैल, मीरा तिवारी ने अपने काव्य पाठ से सबको आनंदित किया।सुरेंद्र तिवारी एवं गायक विरेंद्र तिवारी ने कवियों एवं आगत अतिथियों को मोमेंटो व अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया।