पुनाड़ गांव के लोग दो किमी दूर से पानी लाकर बुझाते हैं प्यास
गया। अतरी प्रखंड की टेटुआ पंचायत पुनाड़ गांव के टोला सिलियाडहर के लोगों की पानी की समस्या खत्म नहीं हो रही है। यहां के लोग दो किलोमीटर दूर पुनाड़ गांव से पानी लाकर प्यास बुझाते हैं। इस गांव में दो सरकारी चापाकल हैं लेकिन दोनों बंद हैं। ग्रामीण बताते हैं कि हर वर्ष गर्मी के दिनों में पेयजल की समस्या उत्पन्न हो जाती है।
गया। अतरी प्रखंड की टेटुआ पंचायत पुनाड़ गांव के टोला सिलियाडहर के लोगों की पानी की समस्या खत्म नहीं हो रही है। यहां के लोग दो किलोमीटर दूर पुनाड़ गांव से पानी लाकर प्यास बुझाते हैं। इस गांव में दो सरकारी चापाकल हैं लेकिन दोनों बंद हैं। ग्रामीण बताते हैं कि हर वर्ष गर्मी के दिनों में पेयजल की समस्या उत्पन्न हो जाती है। तब दूसरे गांव से दो किलोमीटर दूर से पानी लाना पड़ता है। गांव में कुछ दूर पर एक कुआं है। उसी कुएं से लोग सालभर प्यास बुझाते हैं, लेकिन गर्मी के दिनों में कुआं सूख जाता है। ग्रामीणों ने बताया कि चुनाव के दौरान सभी लोग आश्वासन देते हैं कि इस बार आपके गांव का पेयजल का समस्या दूर कर देंगे लेकिन जीतने के बाद वह दोबारा गांव में देखने तक नहीं आते हैं।
ग्रामीण बताते हैं कि हर वर्ष गर्मी के दिनों में पेयजल की समस्या उत्पन्न हो जाती इसके लिए वे लोग हर वर्ष लगातार प्रखंड मुख्यालय पर पहुंचकर धरना प्रदर्शन करते हैं। हर वर्ष अधिकारियों ने पेयजल की समस्या दूर करने का आश्वासन देते हैं लेकिन अधिकारियों का सिर्फ आश्वासन ही बनकर रह जाता है नल जल योजना से वंचित हैं इस टोले के लोग
सरकार की महत्वाकांक्षी योजना नल जल सबसे पहले अनुसूचित जाति टोले में लगाना है लेकिन आज तक इस टोले में नल जल योजना नहीं पहुंच सका। इसमें जनप्रतिनिधि या अधिकारियों की लापरवाही मानी जाए या फिर जनप्रतिनिधि और अधिकारी इस टोले में नल जल योजना का लाभ देना नहीं चाहते हैं। इस गांव में करीब 300 लोग रहते हैं। नल जल योजना चालू कराने का मिला था आश्वासन
गांव के ग्रामीणों ने बताया कि पिछले वर्ष पेयजल की समस्या होने के बाद प्रखंड मुख्यालय पहुंचकर धरना प्रदर्शन कर रहे थे तो मौजूदा अधिकारियों ने उन्हें नल जल योजना चालू करवाने की बात कह धरना प्रदर्शन समाप्त करवाया था। एक वर्ष बीत जाने के बाद भी इस टोले में नल जल योजना की पाइप नहीं पहुंची है।