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कैमूर के भगवानपुर में फिर काट दिए गए तीन शीशम के पेड़, वन विभाग मौन

बिहार के कैमूर जिला के भगवानपुर प्रखंड क्षेत्र में सोन नहर कैनाल के किनारे लगे शीशम के हरे-भरे पेड़ धड़ल्ले से काटे जा रहे हैं। लगातार हो रही पेड़ों की कटाई के बाद भी वन विभाग लकड़ी तस्‍कारों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रहा ।

By Sumita JaiswalEdited By: Published: Mon, 04 Oct 2021 02:15 PM (IST)Updated: Mon, 04 Oct 2021 02:15 PM (IST)
कैमूर के भगवानपुर में फिर काट दिए गए तीन शीशम के पेड़, वन विभाग मौन
काटे गए शीशम के पेड़ का ठूंठ। जागरण फोटो।

भगवानपुर (कैमूर), संवाद सूत्र। बिहार के कैमूर जिला के भगवानपुर प्रखंड क्षेत्र में सोन नहर कैनाल के किनारे लगे शीशम के हरे-भरे पेड़ धड़ल्ले से काटे जा रहे हैं। पेड़ों की सुरक्षा तो छोडिए  इनकी कटाई होने के बाद भी वन विभाग लकड़ी तस्‍करों के खिलाफ कार्रवाई करना तो दूर पूरी घटना पर मौन साधे हुए है। इसकी चर्चा आम लोगों के बीच हो रही है कि आखिर वन विभाग पेड़ों की कटाई रोकने के लिए कोई कार्रवाई क्यों नहीं कर रहा। शनिवार की रात भगवानपुर प्रखंड के बसंतपुर पुल से लेकर कसेर जाने वाली सोन नहर के किनारे लगे तीन शीशम के विशाल पेड़ को काट दिया गया है। इससे कसेर व आसपास गांव के ग्रामीणों में काफी रोष देखा जा रहा है।

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ग्रामीणों का कहना है कि सोन नहर कैनाल पर लगे शीशम के पेड़ों की कटाई इतनी तेजी से हो रही है कि एक दो महीने में कोई पेड़ नही बच पाएगा। पेड़ों की कटाई के बाद भी वन विभाग मौन है। किसानों ने बताया कि काटे गए कीमती  पेड़ों के मुख्य भाग चोर ले गए हैं कुछ टहनियां व ठूंठ बची हुई हैं।  बता दें कि जिले में पर्यावरण संरक्षण के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है। बीते वर्ष के अलावा वर्तमान वर्ष में भी वृहद स्तर पर पौधारोपण किया गया। पौधारोपण करने व पौधों के संरक्षण को लेकर लोगों को लगातार जागरूक भी किया जा रहा है। लेकिन भगवानपुर प्रखंड में पेड़ों की कटाई जारी है। लकड़ी तस्‍करों के कारनामे के कारण पर्यावरण संरक्षण का प्रयास विफल साबित हो रहा है। ऐसे में हरा भरा कैमूर बनाने का सपना कैसे साकार होगा, यह बड़ा सवाल है।


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