इस बार और सताएगी गया की गर्मी, बीते साल मार्च की तुलना में 2021 का तापमान 5 डिग्री अधिक
गया की गर्मी जगजाहिर है। गर्मी के मौसम में तो जैसे शरीर झुलसने लगता है। इस बार भी मई-जून का तापमान अपेक्षाकृत अधिक रहने की संभावना है। सुबह के दस बजे से ही सूरज की तपिश बढ़ने लगती है।
विनय कुमार पांडेय, गया। पूरे बिहार में गया जिले की चुभने वाली गर्मी जगजाहिर है। इस बार गया के मौसम ने अभी से ही अपने कड़े तेवर दिखाना शुरू कर दिया है। बीते साल की तुलना में इस साल मार्च का तापमान सामान्य से करीब 5 डिग्री सेल्सियस तक अधिक रह रहा है। मौसम विभाग के आंकड़ों पर गौर करें तो पिछले साल मार्च में लोगों को हल्की सिहरन महसूस होती थी। लेकिन इस बार मार्च के पहले हफ्ते ने ही लोगों को अपनी गर्मी का अहसास करा दिया है। घरों, दुकानों में पंखा, एयरकंडीशनर चलने लगा है। लोगों का गला अभी से ही सूखने लगा है।
पिछले साल की तुलना में छह डिग्री अधिक रहा तापमान
बीते साल एक मार्च को गया का अधिकतम तापमान 28.1 डिग्री सेल्सियस था। जबकि इस बार वह करीब 6 डिग्री उपर चढ़कर 34.3 डिग्री तक पहुंच गया। इसी तरह से 2 मार्च को 32.6 डिग्री तापमान रहा। जो कि चार डिग्री अधिक था। न्यूनतम तापमान भी सामान्य से अधिक रह रहा है। पिछले साल 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के दिन अधिकतम तापमान 28.2 डिग्री रिकॉर्ड हुआ था। इस बार सोमवार को अधिकतम तापमान 33.3 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। न्यूनतम तापमान पिछले साल 13.6 डिग्री था। जो इस बार 8 मार्च को 15.2 डिग्री रहा। नौ मार्च को जिले का अधिकतम तापमान 34.7 डिग्री सेल्सियस रहने का पूर्वानुमान है। वहीं 13 मार्च को अधिकतम तापमान 36.9 डिग्री सेल्सियस रहने का पूर्वानुमान है।
अप्रैल की शुरूआत तक 38 डिग्री के उबलते पारे को छुने का पूर्वानुमान
इस साल गर्मी के मौसम का मिजाज आम जनों की ङ्क्षचता बढ़ाने वाला है। मौसम विज्ञानी डॉ. जाकिर हुसैन की मानें तो अप्रैल माह का पहला हफ्ता 38 डिग्री की गर्मी को पार कर जाएगा। मार्च महीने में ही दिनोंदिन अधिकतम तापमान बढऩे का पूर्वानुमान है।
ग्लोबल वार्मिंग के खतरों के प्रति सचेत रहने की जरूरत
उतराखंड के ग्लेशियर में बीते माह जिस तरह से हिमखंड टूटकर दर्जनों जिंदगी को लील गया उसने समूचे पर्यावरण विद की ङ्क्षचता बढ़ा रखी है। कृषि विज्ञान केंद, मानपुर के मौसम विज्ञानी डॉ. जाकिर हुसैन बताते हैं धरती का तापमान साल दर साल बढ़ रहा है। आम इंसानों को ग्लोबल वार्मिंग के खतरों के प्रति सचेत रहना होगा। वह पर्यावरण संरक्षण पर अधिक काम करने की जरूरत बताते हैं। पेड़-पौधे अधिक से अधिक लगाएं जाएं। पहाड़, जंगल, झरना, वन्य जीवों की सुरक्षा भी होनी चाहिए।
साल 2020 और 2021 में मार्च का पहला हफ्ता(अधिकतम तापमान डिग्री. से. में)
तारीख 2020 2021
1 मार्च- 28.1 34.3
2 मार्च 28.9 32.6
3 मार्च 30.9 30.3
4 मार्च 29.5 29.6
5 मार्च 29.5 32.0
6 मार्च 29.3 34.6
7 मार्च 28.6 32.3
8 मार्च 28.2 33.3
आंकड़े-कृषि मौसम विज्ञान मानपुर केंद्र के हैं।