केंद्र सरकार की नीतियों के विरोध में नगर परिषद कार्यालय पर मजदूरों ने किया प्रदर्शन, कहा-सरकार की नतियां मजदूर विरोधी
देशव्यापी आह्वान पर मजदूरों ने गुरुवार को नगर परिषद कार्यालय पर प्रदर्शन किया। केंद्र सरकार की नीतियों की आलोचना की। इन्हें मजदूर विरोधी बताया। कहा कि निजीकरण कर मजदूरों को गुलाम बनाने का प्रयास किया जा रहा है।
जेएनएन, रोहतास। संयुक्त ट्रेड यूनियन के देशव्यापी हड़ताल के तहत एकटू (एआइसीसीटीयू ) से संबद्ध नगर परिषद डिहरी-डालमियानगर मजदूर कर्मचारी संघ के सदस्यों ने नगर परिषद कार्यालय पर गुरुवार को प्रदर्शन किया। वे सरकार पर जनविरोधी और मजदूर विरोधी होने का आरोप लगा रहे थे।
प्रदर्शन के दौरान हुई सभा में मजदूरों को संबोधित करते हुए एकटू के जिला सचिव व संघ के महामंत्री अशोक सिंह ने कहा कि सरकार श्रम कानूनों में बदलाव कर उसे प्रभावहीन कर रही है। ऐसा कर मजदूरों को पूंजीपतियों का गुलाम बनाना चाह रही है। लेकिन हमें सतर्क होना पड़ेगा। इसके खिलाफ हमें मज़बूती के साथ खड़ा होकर इसका मुंहतोड़ जवाब देना होगा। उन्होंने बताया कि तीन साल तक श्रम कानून को प्रभावहीन कर पूंजीपतियों की हितैषी तथा मजदूरों के दुश्मन के रूप में इनका चेहरा देश के सामने उजागर हुआ है।
निजीकरण के रास्ते मजदूरों काे गुलाम बनाने का प्रयास
उन्होंने कहा कि सरकार तमाम सरकारी संस्थाओं की बिक्री कर रही है। उनका निजीकरण कर रही है। हर सार्वजनिक उपक्रम का निजीकरण किया जा रहा है। इन्हें पूंजीपतियों के हाथों सौंप कर इस देश एवं देश के मजदूरों को गुलाम बनाना चाह रही हैं। क्योंकि निजीकरण का रास्ता गुलामी का रास्ता है, इसे हम कतई बर्दाश्त नहीं कर सकते है। हम अपने अधिकार के लिए आवाज बुलंद करते रहेंगे।
मौके पर मजदूर नेता जुगनु राम, मनोज राम, अशोक राम, राजकुमार राम, मंजू देवी, उर्मिला देवी, छोटन राम, कमली देवी, सुनीता देवी, चक्रधारी राम आदि ने भी अपनी बात रखी। इनलोगों ने भी सरकार की नीतियों की आलोचना की। कहा कि सरकार की नीतियां मजदूर और गरीबों के हक में नहीं है। प्रदर्शनकारियों ने इस दौरान सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। कहा कि वे एकजुट होकर सरकार की नीतियों का विरोध करेंगे। अपने हक हुकूक के लिए लड़ते रहेंगे। इस दौरान बड़ी संख्या में मजदूर इस आक्रोशपूर्ण प्रदर्शन में शामिल हुए।