बदले चुनाव चिह्न के बीच होगी कांटे की टक्कर
लोकसभा चुनाव 2019 गया सुरक्षित संसदीय सीट के लिए काफी रोचक होगा। वर्ष 1957 से लोकसभा चुनाव में चर्चित चुनाव चिह्न के प्रत्याशियों ने विजयी हासिल कर क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया है। यह पहला मौका होगा जब राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन और महागठबंधन में शामिल घटक दल का चुनाव चिह्न मतदाताओं को लोकसभा चुनाव में देखने को मिलेगा। राजग और महागठबंधन के दोनों प्रत्याशी क्षेत्र के लिए नए चेहरे नहीं हैं।
गया। लोकसभा चुनाव 2019 गया सुरक्षित संसदीय सीट के लिए काफी रोचक होगा। वर्ष 1957 से लोकसभा चुनाव में चर्चित चुनाव चिह्न के प्रत्याशियों ने विजयी हासिल कर क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया है। यह पहला मौका होगा जब राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन और महागठबंधन में शामिल घटक दल का चुनाव चिह्न मतदाताओं को लोकसभा चुनाव में देखने को मिलेगा। राजग और महागठबंधन के दोनों प्रत्याशी क्षेत्र के लिए नए चेहरे नहीं हैं। दोनों ही पहले बोधगया विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। एक नेमफेम तो दूसरा गुमनाम। लेकिन दोनों नए चुनाव चिह्न के साथ लोकसभा चुनाव के लिए मैदान में उतरे हैं। ऐसे में दोनों दलों के प्रत्याशियों के पक्ष में मतदाता मतदान करें, इसके लिए पार्टी कार्यकर्ताओं को पसीने बहाते हुए दमखम दिखाना होगा। हालांकि, पार्टी कार्यकर्ता इसके लिए पूरी तैयारी में है।
सोमवार को नामांकन के पश्चात सभी प्रत्याशी समर्थित कार्यकर्ता क्षेत्र में मतदाताओं को लुभाने उतर जाएंगे। जानकारों की मानें तो गया लोकसभा सीट के लिए बोधगया विधानसभा क्षेत्र के मतदाता निर्णायक रहे हैं। बोधगया विधानसभा क्षेत्र का भौगोलिक परिदृश्य बदलने के बाद इसमें थोड़ा बदलाव आया है।
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जानें बोधगया विधानसभा क्षेत्र को
बोधगया विधानसभा क्षेत्र का नक्शा नए परिसीमन के बाद काफी बदल गया है। इस विधानसभा में फतेहपुर प्रखंड के 18, टनकुप्पा के 10 और बोधगया प्रखंड के सात पंचायत और नगर पंचायत के 19 वार्ड आते हैं। विधानसभा क्षेत्र में कुल मतदान केंद्रों की संख्या 345 है। इनमें से बोधगया प्रखंड में 80 मतदान केंद्र हैं। यहां कुल मतदाताओं की संख्या तीन लाख सात हजार 132 है। इनमें एक लाख 58 हजार 588 पुरुष और एक लाख 48 हजार 544 महिला मतदाता शामिल हैं। बोधगया प्रखंड के 10 पंचायत बाराचट्टी विधानसभा में आते हैं।