मकान गिरने से गृहस्वामी की मलबे में दबकर मौत, पुराने-जर्जर आशियाने की मरम्मत कराने को नहीं थे रुपये
वे एक निर्धन व्यक्ति थे। मिट्टी एवं खपरैल मकान जर्जर स्थिति में था। गरीबी के कारण ठीक से मरम्मत नहीं करवा सके थे। इसी मकान में उनका आवास था। लगातार वर्षा के कारण वे घर में बैठे थे।
संवाद सूत्र, वजीरगंज (गया)। शुक्रवार की देर रात से लगातार हो रही बारिश के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में भारी नुकसान देखा जा रहा है। प्रखंड अंतर्गत घुरियावां पंचायत के मुंदिपुर गांव में शनिवार को मिट्टी का एक मकान गिर गया। मकान के अंदर बैठे 50 वर्षीय गृहस्वामी मुसन यादव मलबे में दब गए, जिससे स्थल पर ही उनकी मौत हो गई।
घटना की पुष्टि करते हुए पंचायत के मुखिया प्रकाश चौधरी ने बताया कि वे एक निर्धन व्यक्ति थे। मिट्टी एवं खपरैल मकान जर्जर स्थिति में था। गरीबी के कारण ठीक से मरम्मत नहीं करवा सके थे। इसी मकान में उनका आवास था। लगातार वर्षा के कारण वे घर में बैठे थे। दीवारों पर पानी का लगातार रिसाव होने के कारण मकान का एक भाग गिर गया, जिसमें वे दब गये। दूसरे भाग में रह रहे स्वजन व अन्य सदस्यों के शोर और मकान गिरने की आवाज सुनकर ग्रामीण दौड़े मलबे को काफी मशक्कत कर हटाते हुए दबे मुसन को बाहर निकाला।
तब तक उनकी मौत हो चुकी थी। क्षेत्र के निवर्तमान जिला पार्षद सह जिला परामर्श दात्री समिति के सदस्य डा नंदकिशोर प्रसाद यादव स्थल पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया तथा घटना की सूचना अंचल अधिकारी को देते हुए परिवार को आपदा प्रबंधन से क्षतिपूर्ति देने की मांग की।
वहीं, दूसरी तरफ पतेड़ मंगरावां ग्राम पंचायत अंतर्गत पतेड़ गांव में भी वर्षा के कारण मोहन यादव का मकान गिर गया, जिससे पूरा परिवार बेघर हो गया है। वहां भी तत्काल राहत की आवश्यकता दिख रही है। फिलहाल, पूरे परिवार दूसरे के घर में शरण लिए हुए हैं।
इन घटनाओं में पीडि़तों के राहत संबंध जानकारी के लिए बात करने पर अंचल अधिकारी पुरुषोत्तम कुमार ने बताया कि मृतक के स्वजन को शव की अंत्येष्टि के पूर्व पोस्टमार्टम करवाने को कहा गया है, अगर आपदा से मुआवजा देने का प्रावधान आया तो कार्रवाई कर पीडि़त परिजन को लाभ दिलाया जाएगा।